Delhi Exit Polls 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ गए हैं और इन आंकड़ों से साफ हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए यह चुनाव ऐतिहासिक साबित हो सकता है। आम आदमी पार्टी (AAP) को इस बार बड़ा झटका लगता दिख रहा है, क्योंकि ज्यादातर एग्जिट पोल्स में भाजपा और उनके सहयोगियों (BJP+) को बढ़त मिलती नजर आ रही है। 9 प्रमुख एग्जिट पोल्स में से सिर्फ 2 पोल्स ने AAP की सरकार बनने की संभावना जताई है, जबकि बाकी के सभी सर्वे भाजपा (BJP+) के पक्ष में जा रहे हैं।
BJP की बढ़त, AAP की गिरावट!
दिल्ली में बीते 10 सालों से सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) को इस बार कड़ी चुनौती मिल रही है। एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार, BJP को 35 से 60 सीटों तक मिलने का अनुमान जताया गया है, जबकि AAP को अधिकतम 52 और न्यूनतम 10 सीटें मिलने की संभावना बताई गई है। कांग्रेस (CONG) को इस चुनाव में 1-3 सीटों तक सीमित बताया गया है, जिससे साफ है कि उसका प्रदर्शन बेहद कमजोर रहने वाला है।
एग्जिट पोल्स का विस्तृत डेटा:
एग्जिट पोल | AAP | BJP+ | CONG |
---|---|---|---|
MATRIZE | 32-37 | 35-40 | 0-1 |
CHANAKYA STRATEGIES | 25-28 | 39-44 | 2-3 |
JVC | 22-31 | 39-45 | 0-2 |
PEOPLES PULSE | 10-19 | 51-60 | 0-0 |
PEOPLES INSIGHT | 25-29 | 40-44 | 0-1 |
POLL DIARY | 18-25 | 42-50 | 0-2 |
P MARQ | 21-31 | 39-49 | 0-1 |
WEE PRESIDE | 46-52 | 18-23 | 0-1 |
MIND BRINK | 44-49 | 21-25 | 0-1 |
POLL OF POLLS (औसत) | 30 | 39 | 1 |
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि AAP पिछली बार की तुलना में काफी पीछे जाती दिख रही है, जबकि BJP दिल्ली में 26 साल बात सत्ता में वापसी हासिल करने के बेहद करीब नजर आ रही है। हालांकि एग्जिट पोल के नतीजे हर बार सटीक हों ऐसा जरूरी नहीं है।
क्या कहता है पोल्स ऑफ पोल्स ?
पोल्स ऑफ पोल्स(Polls of Polls) का मतलब होता है सभी एग्जिट पोल्स के औसत आंकड़ों का विश्लेषण। यह एक अनुमानित तस्वीर पेश करता है कि कौन सी पार्टी बहुमत के करीब या सत्ता से दूर हो सकती है। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के Polls of Polls के अनुसार:
- BJP+ को 39 सीटें मिलने का अनुमान है, जिससे वह सरकार बनाने की स्थिति में आ सकती है।
- AAP को औसतन 30 सीटें मिल सकती हैं, जो 2015 और 2020 के मुकाबले एक बड़ी गिरावट होगी।
- कांग्रेस को सिर्फ 1 सीट मिलने का अनुमान है, जिससे यह साफ हो गया है कि पार्टी का दिल्ली में अस्तित्व लगभग खत्म हो रहा है।
क्यों गिर रहा है AAP का ग्राफ?
- ANTI-INCUMBENCY फैक्टर:
- AAP लगातार 10 वर्षों से दिल्ली की सत्ता में है, जिससे जनता में असंतोष बढ़ा है।
- दिल्ली की बुनियादी समस्याओं जैसे जल संकट, प्रदूषण और महिला सुरक्षा पर अब तक कोई ठोस समाधान न निकलना, AAP के खिलाफ जा सकता है।
- भ्रष्टाचार के आरोप और मनीष सीसोदिया फैक्टर:
- शराब नीति घोटाला और नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों ने AAP की छवि को कमजोर किया।
- पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद पार्टी की पकड़ कमजोर हुई।
- BJP की आक्रामक रणनीति:
- BJP ने CM फेस का ऐलान न करके पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा।
- कांग्रेस का कमजोर प्रदर्शन भी BJP को लाभ पहुंचा सकता है।
अब सभी की निगाहें 8 फरवरी (शनिवार) को मतगणना के दिन पर टिकी हैं, जब असली तस्वीर साफ होगी कि क्या दिल्ली में 25 साल बाद BJP सत्ता में आएगी या AAP अपनी सरकार बचा पाएगी?