कौन कहता है कि भारत महिलाओं की सुरक्षा के मामले में जागरूक होता जा है। आज भी समाज में हर दिन एक के बाद एक हैरान कर देने वाले मामले सामने आते है जिससे इस विकाशील देश पर प्रश्न चिह्न लग जाता है कि क्या सच में कभी भारत में महिलाओं की सुरक्षा को एक अहम मुद्दा माना जाएगा।

राजस्थान के जोधपुर के एक गांव से ऐसी घटना सामने आई है जो शायद आपके रौगंटे खड़े करदे। जोधपुर के हरियाढ़ाबा जिले में कुछ गांव के लोगों ने एक लड़की को जिंदा जला दिया। 20 साल की लड़की ललिता का कसूर बस इतना था कि उसने पेड़ काटने का विरोध किया। ललिता को क्या पता था कि उसका यह विरोध उसकी जान का दुश्मन बन जाएगा। दरअसल गांव में संकरी सड़क के निर्माण का काम चल रहा था जिसके कारण रास्ते में आ रहे पेड़ो को काटा जा रहा था। एक पेड़ ललिता के खेत में से होकर गुजर रहा था जिसे न काटने को लेकर ललिता ने विरोध किया जिसके बाद गांव के सरपंच रणवीर सिंह चम्पावत, पटवारी ओमप्रकाश सहित 10 लोगों ने मिलकर ललिता पर पैट्रोल छिड़क कर उसे आग के हवाले कर दिया। ललिता के परिजनों का कहना है कि यह गांव के सरपंच और पटवारी की कुछ लोगों के साथ मिलकर मिली भगत थी और वह उनके खेत से सड़क निकालने की कोशिश कर रहे थे।

आनन-फानन में ललिता को अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। इस हादसे के बाद गांव वालों का गुस्सा बढ़ गया और लोगों ने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करन की मांग की। ललिता के शरीर को पोस्टमार्टम के भेजा गया। पुलिस ने बताया कि मामलें की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों को हिरासत में लिया जाएगा।

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