Year Ender 2022: साल 2022 में राहुल बजाज के निधन से लेकर साइरस मिस्त्री की कार दुर्घटना तक, भारत ने इस साल कई प्रमुख व्यावसायिक हस्तियों को खो दिया। इन उद्योगपतियों द्वारा भारत में किए गए विकास और योगदान की कुछ जानकारी हम आपको यहां बताने वाले हैं। इन उद्योगपतियों ने न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी खूब नाम कमाया है।
Year Ender 2022: राहुल बजाज
बजाज समूह के चेयरमैन एमेरिटस और भारतीय ऑटो उद्योग के चैंपियन राहुल बजाज का इस साल 12 फरवरी को 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया। जमनालाल बजाज के पुत्र, राहुल बजाज ने 1968 में बजाज ऑटो के सीईओ का पदभार संभाला था। इसके बाद उन्होंने इसे 40 फर्मों के एक समूह में बदल दिया जिसमें शामिल हैं – बजाज ऑटो, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व और बजाज होल्डिंग्स एंड इन्वेस्टमेंट। फरवरी 2022 तक राहुल बजाज की कुल नेटवर्थ (Networth) 8.2 बिलियन डॉलर थी। यह जानकारी Forbes की रियल टाइम बिलियनेयर्स रैंकिंग्स के अनुसार बताई गई है।
पालोनजी शापूरजी मिस्त्री
शापूरजी पालोनजी ग्रुप के चैयरमैन और एक बड़े बिजनेसमैन पालोनजी मिस्त्री का 93 साल की उम्र में निधन हो गया। मिस्त्री का जून 2022 में निधन हुआ। यह फर्म 50 से अधिक देशों में 50,000 से अधिक लोगों को रोजगार देती है। मिस्त्री परिवार की टाटा संस में 18.4 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा ग्रुप के सबसे बड़े इंडिविजुवल शेयरहोल्डर के रूप में उन्हें जाना जाता है। पालोनजी मिस्त्री दुनिया के 143वें सबसे अमीर व्यक्ति थे।
साइरस मिस्त्री
बिजनेसमैन और टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का इस साल 4 सितंबर में 54 साल की उम्र में कार एक्सीडेंट में निधन हो गया था। 54 वर्षीय साइरस मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई लौट रहे थे। तभी उनकी कार सड़क पर डिवाइडर से जा टकराई। हादसे में उद्योगपति की मौत हो गई। 2012 में टाटा संस के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने से पहले मिस्त्री दिग्गज कंपनी शापुरजी पालनजी के एमडी थे। साइरस मिस्त्री पर अपने पिता के कारोबार को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का श्रेय जाता है। सायरस मिस्त्री कंस्ट्रक्शन फेडरेशन ऑफ इंडिया के संस्थापक सदस्य भी रहें है।
राकेश झुनझुनवाला
भारत के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का 14 अगस्त, 2022 को मुंबई में 62 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें भारत का वॉरेन बफेट भी कहा जाता था। वे एक व्यापारी थे और चार्टर्ड एकाउंटेंट भी थे। वह हंगामा मीडिया और एप्टेक के अध्यक्ष थे। वह – वायसराय होटल्स, कॉनकॉर्ड बायोटेक, प्रोवोग इंडिया और जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज जैसी फर्मों के निदेशक मंडल में थे। झुनझुनवाला RARE एंटरप्राइजेज नाम की निजी ट्रेडिंग फर्म चलाते थे। इसकी नींव उन्होंने 2003 में रखी थी। इस कंपनी के पहले दो शब्द ‘RA’ उनके नाम पर थे। वहीं, ‘RE’ उनकी पत्नी रेखा के नाम के शुरुआती शब्द हैं।
जमशेद जिजी ईरानी
भारत के स्टील मैन कहे जाने वाले टाटा स्टील के पूर्व प्रबंध निदेशक और भारत के स्टील मैन कहे जाने वाले जमशेद जिजी ईरानी का 31 अक्टूबर, 2022 में 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह 1968 में टाटा स्टील (तत्कालीन टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी) में शामिल हो गए। ईरानी को देश के उद्योग क्षेत्र में योगदान के लिए देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था। उन्होंने टाटा स्टील और टाटा संस के अलावा टाटा मोटर्स और टाटा टेलिसर्विसेज सहित टाटा समूह की कई कंपनियों के निदेशक के रूप में भी काम किया
विक्रम किर्लोस्कर
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वाइस-चेयरमैन विक्रम किर्लोस्कर का 29 नवंबर 2022 में 64 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उद्योगपति लक्ष्मणराव किर्लोस्कर समूह की चौथी पीढ़ी के सदस्य थे, जिसकी स्थापना 1888 में हुई थी। उन्होंने जापान की टोयोटा मोटर को भारत लाने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। बेंगलुरु के पास टोयोटा का विनिर्माण संयंत्र भारत में सबसे बड़ी ऑटोमोटिव सुविधाओं में से एक है। वो किर्लोस्कर सिस्टम्स लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर थे। इसके अलावा वो किर्लोस्कर मोटर प्राइवेट लिमिटेड के वाइस चेयरमैन भी थे।
अरिज पिरोजशॉ खंबाटा
लोकप्रिय पेय ब्रांड रसना के संस्थापक और अध्यक्ष अरिज पिरोजशॉ खंबाटा का इस साल 21 नवंबर 2022 में 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अरिज पिरोजशॉ खंबाटा ने अपने पिता फिरोजा खंबाटा द्वारा शुरू किए गए एक मामूली व्यवसाय को दुनिया के सबसे बड़े कंसन्ट्रेट निर्माता में बदल दिया था। जो अब 60 से अधिक देशों में बिकता है। उन्होंने 1970 के दशक में रसना के सॉफ्ट ड्रिंक पैक बनाए थे। आज इसे देश के 18 लाख दुकानों पर बेचा जाता है।
तुलसी तांती
सुजलॉन एनर्जी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक तुलसी तांती का 1 अक्टूबर, 2022 में 64 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका कार्डियक अरेस्ट के चलते निधन हो गया। तांती को व्यापक रूप से भारत में पवन ऊर्जा क्रांति का अग्रणी माना जाता था। उन्होंने 1995 में सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) की स्थापना की। उनका पहले 1995 में एक कपड़ा व्यवसाय था। लेकिन फिर उन्होंने कंपनी की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए पवन ऊर्जा उत्पादन में कदम रखा। जिसके बाद उन्होंने सुजलॉन एनर्जी की स्थापना की। फिर तांती ने 2001 में, अपना कपड़ा व्यवसाय बेच दिया और सुजलॉन एनर्जी की तरफ ही अपना काम किया।
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