State Bank Of India: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने खाताधारकों (Account Holders) को अलर्ट किया है कि चार एप से बचकर रहें, नहीं तो खाता खाली होने का डर है। चार महीने में स्टेट बैंक के 150 ग्राहकों को 70 लाख से ज्यादा की चपत इन एप के जरिए लग चुकी है। जालसाज बातों में फंसाकर एप डाउनलोड करा लेते हैं और खाता साफ कर देते हैं।
बढ़ती घटनाओं को देखते हुए स्टेट बैंक ने अपने खाताधारकों से कहा है कि एनीडेस्क (AnyDesk), क्विक सपोर्ट (Quick Support), टीमव्यूअर (Teamviewer) और मिंगलव्यू (Mingleview)एप को भूलकर भी अपने मोबाइल पर इस्टॉल न करें। एसबीआई ने अपने खाताधारकों को यूनीफाइड पेमेंट सिस्टम को लेकर भी सतर्क किया है और कहा है कि किसी भी अंजान सोर्स से यूपीआई कलेक्ट रिक्वेस्ट या क्यूआर कोड स्वीकार न करें।
अंजान वेबसाइटों से हेल्पलाइन नंबर खोजने की भूल न करें, क्योंकि आधा दर्जन से ज्यादा फर्जी वेबसाइट एसबीआई के नाम पर चल रही हैं। किसी भी समाधान के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर ही जाएं और ठीक से चेक करने के बाद ही अपनी सूचनाएं साझा करें।
ग्राहकों को बैंक ने सलाह दी है कि प्रत्येक डिजिटल लेनदेन के बाद बैंक एसएमएस भेजता है। अगर आपने लेनदेन नहीं किया है तो तुरंत उस मैसेज को एसएमएस में दिए गए नंबर पर फॉरवर्ड कर दें।
नौकरी के लिहाज से वित्त वर्ष 2021-22 बेहतर रहने की उम्मीद
भारतीय स्टेट बैंक के अर्थशास्त्रियों का मानना है कि वित्त वर्ष 2021-22 में श्रम बाजार की गतिविधियां सुधरेंगी और कंपनियां महामारी कम होने के साथ नियुक्ति की योजनाओं को आगे बढ़ा रही हैं। अर्थशास्त्रियों ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) और नई पेंशन योजना के नियमित तौर पर जारी मासिक वेतन रजिस्टर के आंकड़ों का जिक्र किया। मुख्य अर्थशास्त्री सौम्य कांति घोष ने एक नोट में कहा कि हमारा अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में श्रम बाजार की गतिविधियां बेहतर रहेंगी। बढ़ने और अर्थव्यवस्था में श्रम भागीदारी में कमी को लेकर चिंता जतायी जा रही है।