RBI Repo Rate: त्योहारों को देखते हुए लोग कई नई-नई चीजें खरीदने में व्यस्त हैं। खासकर आने वाले अक्टूबर महीने में तो दीपावली और धनतेरस के मौके पर लोग खूब खरीदारी करने के मूड में हैं। लेकिन, अब जो खबर आ रही है, वह त्योहारों से भरे महीने यानी अक्टूबर में लोगों को झटका देने वाली है। दरअसल, विशेषज्ञ यह आशंका जता रहे हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रेपो रेट(Repo Rate) में बढ़ोतरी की तैयारी करने में है। अगर आरबीआई रेपो रेट बढ़ाता है, तो कर्ज महंगा हो जाएगा और ईएमआई पर भी इसका असर पडे़गा।
RBI Repo Rate: तीन दिवसीय बैठक में हो सकता है फैसला
मालूम हो कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक बुधवार से शुरू होने वाली है। मिली जानकारी के अनुसार, इस बैठक में लिए गए फैसले को 30 सितबंर को सबके सामने रखा जाएगा। वहीं, मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस का मानना है कि महंगाई दर 7 फीसदी के करीब बनी रह सकती है। ऐसे में इससे रेपो रेट की बढ़ने की आशंका है।
एक रिपोर्ट की मानें, तो आरबीआई महंगाई पर काबू पाने के लिए चौथी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी कर सकता है। इसके 0.50 प्रतिशत इजाफे की आशंका जताई जा रही है। बता दें कि कोरोना काल में जो रेपो रेट 4 फीसदी पर थी, वह लगातार तीसरी बार बढ़ोतरी के बाद 5.40 पर पहुंच चुकी है। अब आशंका है कि चौथी बार भी रेपो रेट बढ़ाई जा सकती है।
क्या है Repo Rate?
रेपो रेट वह दर होती है, जिसपर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है। बता दें कि रेपो रेट का संबंध बैंक से लिए जाने वाले लोन और ईएमआई से है। जब बैंकों को कर्ज ज्यादा ब्याज दर पर मिलता है, यानी जब रेपो रेट बढ़ता है तो आम आदमी के लिए भी होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन महंगा हो जाता है। इसका असर शेयर मार्केट पर भी पड़ता है।
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