लगातार बढ़ती महंगाई के कारण अपनी किरकिरी झेल रही केंद्र सरकार ने अब जनता को राहत देने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए हैं। सरकार ने बड़ी राहत देते हुए पेट्रोल और डीजल से बेसिक एक्साइज ड्यूटी घटा दी है, जिसके चलते पेट्रोल और डीजल के दाम दो रुपये प्रति लीटर की दर से कम हो गए है। यह नई दर मंगलवार आधी रात से ही लागू हो गई है।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इसकी सूचना दी। वित्त मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि, “भारत सरकार ने डीजल और पेट्रोल पर मूल उत्पाद शुल्क में दो रुपये प्रति लीटर कमी करने का फैसला किया है, जो चार अक्टूबर यानी बुधवार से लागू होगा।” बयान के अनुसार, सरकार ने यह कदम आम लोगों के हितों का ध्यान रखते हुए अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में वृद्धि के बाद उठाया है।
मंत्रालय के अनुसार, “इस निर्णय से पूरे वर्ष के लिए उत्पाद शुल्क में 26,000 करोड़ रुपये का घाटा होगा और इस वित्तीय वर्ष के बचे हुए समय में 13,000 करोड़ रुपये का घाटा होगा।”
अब इस नए बदलाव से देखें तो राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 70 रुपये 88 पैसे से घटकर 68 रुपये 83 पैसे प्रति लीटर और डीजल का दाम 59 रुपये 14 पैसे से घटकर 57 रुपये 07 पैसे प्रति लीटर हो गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि होने के बाद भारत में पेट्रोल और डीजल के खुदरा मूल्य क्रमश: 70.83 प्रति लीटर और 59.04 प्रति लीटर पहुंच गए थे, जिसके बाद वीपीआई मुद्रास्फीति में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही थी। इसी कारण दामों में बढ़ोतरी हुई और सरकार की किरकिरी होने लगी और उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।
बता दें मोदी सरकार के तीन साल पहले सत्ता संभालने के बाद से पेट्रोल-डीज़ल पर एक्साइज़ ड्यूटी में पहली बार कटौती की है। मोदी सरकार ने नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के दौरान पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज़ ड्यूटी में कुल नौ बार बढ़ोतरी की थी, यानी नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के दौरान मोदी सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज़ ड्यूटी में दोगुने से ज्यादा की और डीजल पर करीब साढ़े चार गुना की बढ़ोतरी कर दी।
हालांकि उस भारी भरकम बढ़ोतरी के मुकाबले एक्साइज़ में अभी की गई 2 रुपये की कटौती बेहद कम है। फिर भी दो रूपए की ही राहत सही पर जनता को राहत तो मिली है।