केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने एसोचैम के एक कार्यक्रम में कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा तेजी से आर्थिक ग्रोथ करने वाले देश भारत में एक करोड़ से ज्यादा की कमाई करने वाले सिर्फ 1.5 लाख लोग है। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े आयकर जमा करने वालों की इनकम से मिले है।
उन्होनें बताया कि 1 करोड़ रुपए से ऊपर की आय वाले ये अधिकतर लोग नौकरीपेशा लोग है। सुशील चंद्रा ने कहा कि इस देश में जहां जीडीपी, खर्च, उपभोग सभी बढ़ रहा है, सारे पांच सितारा होटल भरे हुए हैं, लेकिन जब आप किसी से पूछेंगे कि कितने लोग एक करोड़ रुपए से अधिक आय की जानकारी रिटर्न में दे रहे हैं? स्थिति बहुत खराब है।
सीबीडीटी ने ऐसे लोगों का पता लगाया है जिन्होंने पिछले वित्त वर्ष 2017-18 में बड़ी रकम के लेन-देन किए लेकिन, रिटर्न अभी तक नहीं भरी है। उन्होंने कहा नॉन-फाइलर्स मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिए आंकड़ों का विश्लेषण कर ऐसे लोगों की पहचान की गई है।
सीबीडीटी के मुताबिक 21 दिन में रिटर्न दाखिल होने या उचित जवाब मिलने पर मामला खत्म कर दिया जाएगा। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ तो आयकर कानून के मुताबिक कार्रवाई पर विचार किया जाएगा। सीबीडीटी का कहना है कि आयकर रिटर्न के संबंध में इनकम टैक्स ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है। रिटर्न भरने से लेकर जवाब दाखिल करने तक की प्रक्रिया ऑनलाइन है।