एक कहावत आप ने सुनी होगी कि ‘दुश्मन का दुश्मन आपका दोस्त होता है।’ आजकल कुछ ऐसा ही टेली कम्युनिकेशन इंडस्ट्री में हो रहा है, जहां जियो की अपार सफलता से डरकर एक दूसरे की प्रतिद्वंदी कंपनियां अब हाथ मिलाने में लग गई हैं। आईडिया और वोडाफोन द्वारा एक दूसरे से हाथ मिला लेने के बाद अब खबर आ रही है कि एयरटेल और टाटा भी एक दूसरे से हाथ मिलाएंगे। दोनों कंपनियों के बीच बातचीत की प्रक्रिया शुरू हो चुकी हैं। इसके अनुसार, टाटा ग्रुप अपनी तीन कंपनियों टाटा टेलीसर्विस, टाटा स्काई और टाटा कम्यूनिकेशन का भारती एयरटेल में विलय करेगा।
गौरतलब है कि टेलीकॉम सेक्टर में रिकॉर्ड एंट्री के बाद ‘जियो’ ने पिछले सप्ताह ही डीटीएच सेक्टर में भी उतरने की घोषणा की थी। जिसके कारण यह दोनों कंपनियां आपस में विलय के लिए बात कर रही हैं। अगर ऐसा होता है तो फिर डीटीएच सेक्टर में टाटा स्काई और एयरटेल जियो से पहले देश की सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी, वहीं अन्य डीटीएच कंपनियां वीडियोकॉन और डिश टीवी भी इस डील से प्रभावित होंगी।
वर्तमान समय में भारती एयरटेल के पास 28 करोड़ ग्राहक हैं, जबकि टाटा टेलिसर्विस के पास 4.8 करोड़ ग्राहक हैं। वहीं डीटीएच सेक्टर में अभी टाटा स्काई का 23 फीसदी और एयरटेल डीटीएच का 21 फीसदी मार्केट शेयर है।
इस विलय से एयरटेल को 4G बैंडविथ भी मिल जाएगा, जिसकी उसे ज्यादा जरुरत है। वहीं, टाटा ग्रुप को इस सौदे से घाटे में चल रहे टेलिकॉम बिजनेस को एक बड़ी कंपनी में मिलाने का मौका मिलेगा। गौरतलब है कि टाटा ग्रुप पिछले कुछ साल से टेलिकॉम सेक्टर से निकलने की कोशिश कर रहा है।
इस विलय के बाद यह टेलिकॉम और डीटीएच के संयुक्त सेक्टर में तीसरी सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी। इससे पहले इस सूची में आइडिया-वोडाफोन और रिलायंस जियो का नंबर आता है।