
March 2022 Inflation Rate: भारत सरकार ने जानकारी दी कि मार्च 2022 के महीने के लिए मुद्रास्फीति की वार्षिक दर 14.55% रही। वहीं मार्च 2021 में मुद्रास्फीति की दर 7.89% थी। सरकार के मुताबिक मार्च, 2022 में इतनी ज्यादा महंगाई रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण हुई। दोनों देशों के युद्ध के चलते पूरी दुनिया की सप्लाई चैन में रुकावट आ गई और उसी के कारण कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस, खनिज तेल, बेसिक मेटल आदि की कीमतों में वृद्धि हुई।

March 2022 Inflation Rate: रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बढ़ी महंगाई
कॉमर्स मिनिस्ट्री के मुताबिक, WPI पर आधारित इन्फ्लेशन कच्चे तेल और पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के कारण मुख्य रूप से हाई हो गई है। आधिकारिक बयान में कहा गया, ”मार्च 2022 में मुद्रास्फीति की वार्षिक दर 14.55 प्रतिशत रही, जबकि मार्च 2021 में यह 7.89 प्रतिशत थी। मार्च 2022 में हाई इन्फ्लेशन मुख्य रूप से रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण हुई क्योंकि इससे पूरी दुनिया की सप्लाई चैन में व्यवधान आया और जिसके कारण कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, खनिज तेल, बेसिक मेटल आदि की कीमतों में वृद्धि हो गई।”
March 2022 Inflation Rate: मैन्युफैक्चर्ड आइटम्स की महंगाई दर 10.71%

मैन्युफैक्चर्ड आइटम्स की महंगाई दर मार्च में 10.71 प्रतिशत रही, जबकि फरवरी में यह 9.84 प्रतिशत थी। फ्यूल और पावर बास्केट की बात करें तो इस महीने इनकी कीमतों में 34.52 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। वहीं क्रूड पेट्रोलियम की महंगाई दर मार्च में बढ़कर 83.56 प्रतिशत हो गई, जो फरवरी में 55.17 प्रतिशत थी।

बता दें कि मार्च में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 6.95 प्रतिशत हो गई। साथ ही consumer price index ने लगातार तीसरे महीने आरबीआई की 6 प्रतिशत की सीमा को पार किया है।
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