सोमवार की तीव्र गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को जबरदस्त वापसी की है। वैश्विक संकेतों में सुधार और अमेरिकी फ्यूचर्स में मजबूती के चलते बाजार में आज सकारात्मक रुझान देखने को मिला। शुरुआती सत्र में ही सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में तेज उछाल दर्ज हुआ।
सुबह 9:09 बजे तक बीएसई सेंसेक्स में 875 अंकों से अधिक की बढ़त दर्ज की गई और यह 74,013.73 के स्तर पर पहुंच गया। इसी दौरान निफ्टी भी 285 अंक उछलकर 22,446.75 के ऊपर कारोबार करता दिखा।
कुछ देर बाद, यानी सुबह 9:21 बजे, बाजार की रफ्तार और तेज हो गई। सेंसेक्स में 1,200.70 अंकों (1.64%) की तेज बढ़त के साथ यह 74,338.59 पर पहुंच गया, वहीं निफ्टी भी 377 अंकों (1.70%) की छलांग लगाते हुए 22,538.60 तक पहुंच गया।
अदाणी समूह के शेयरों में जबरदस्त तेजी
ट्रेडिंग के शुरुआती घंटों में अदाणी ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयरों ने दमदार प्रदर्शन किया। अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पोर्ट्स और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस समेत कई शेयरों में 3 फीसदी तक की बढ़त देखी गई।
सोमवार को बाजार में आई थी बड़ी गिरावट
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली देखने को मिली थी। सेंसेक्स 2,226 अंकों की बड़ी गिरावट के साथ 73,137 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 743 अंक टूटकर 22,161 के स्तर पर बंद हुआ था। यह पिछले 10 महीनों में सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है।
इस गिरावट की अहम वजह अमेरिका द्वारा लागू किए गए नए टैरिफ और चीन की प्रतिक्रिया रही, जिससे ट्रेड वॉर की आशंकाएं और वैश्विक आर्थिक मंदी की चिंता गहराई। इसका असर दुनियाभर के बाजारों पर पड़ा, और भारत भी इससे अछूता नहीं रहा।
निवेशकों को भारी नुकसान
सप्ताह की शुरुआत में आई इस गिरावट से निवेशकों को भारी झटका लगा। सोमवार को बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण करीब 14 लाख करोड़ रुपये घटकर 389 लाख करोड़ पर आ गया। दिन के दौरान यह नुकसान 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था, हालांकि दिन के अंत तक कुछ रिकवरी देखी गई।
एशियाई बाजारों से मिला सहारा
मंगलवार को एशिया के कई प्रमुख बाजारों ने रिकवरी दिखाई, जिससे भारतीय बाजार को भी सहारा मिला। जापान का निक्केई इंडेक्स करीब 6% ऊपर बंद हुआ, और टॉपिक्स इंडेक्स में भी 6% से अधिक की बढ़त दर्ज की गई। दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स भी लगभग 2% ऊपर ट्रेड कर रहा था।
हालांकि भारतीय बाजार ने आज मजबूती दिखाई है, लेकिन वैश्विक आर्थिक माहौल अभी भी चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। अमेरिका और चीन के बीच जारी टैरिफ युद्ध की वजह से अनिश्चितता बनी हुई है। यदि हालात जल्द नहीं सुधरते, तो आगे बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।