नोटबंदी के बाद से लगातार बैंक किसी न किसी वजह से चर्चाओं में हैं। देश में मौजूद बैंकों ने लेन-देन पर टैक्स वसूलने के बाद एक और बड़ा ऐलान कर दिया है। इससे देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया(एसबीआई) के करीब चार करोड़ खाताधारक प्रभावित होंगे। एसबीआई ने एक बड़ी घोषणा में कहा है कि अब खाता धारकों को अपने खाते में न्यूनतम जमा राशि रखनी होगी। ऐसा नहीं करने पर उनसे जुर्माना वसूला जाएगा।
एसबीआई ने न्यूनतम जमा राशि को मेट्रो शहरों के अलाव शहरी,अर्ध-शहरी, ग्रामीण भागों के लिए अलग अलग तय किया है। जारी विज्ञप्ति में एसबीआई ने कहा है कि मेट्रो शहरों में न्यूनतम जमा राशि 5000 रुपए, शहरी इलाकों के लिए 3,000 रुपए, अर्द्ध-शहरी इलाकों के लिए 2,000 रुपए और ग्रामीण इलाकों के लिए 1,000 रुपए रखना अनिवार्य है। बैंक खाते में अगर इस न्यूनतम राशि से कम पैसा होगा तो बैंक आपसे जुर्माना वसूल करना शुरु करेगा। एसबीआई का यह नियम 1 अप्रैल से लागू होगा।
नए नियमों के मुताबिक मेट्रो शहरों में यदि बैंक खाते में न्यूनतम जमा राशि में 75 फीसदी से अधिक की कमी होती है तो बैंक सर्विस टैक्स के साथ 100 रुपए, 50 से 75 प्रतिशत कमी होने पर 75 रूपए का जुर्माना बैंक वसूल करेगा। 50 प्रतिशत से कम बैलेंस होने पर सर्विस टैक्स के साथ 50 रुपए का चार्ज बैंक वसूलेगा। बैंक ने ग्रामीण इलाकों के खाताधारकों के लिए न्यूनतम बैलेंस न रखने पर सर्विस टैक्स पर 20 रुपए से लेकर 50 रुपए का चार्ज वसूल करने की भी घोषणा की है।
एसबीआई का यह नियम ग्राहकों के जेब पर भारी पड़ सकता है। देश में जीरो जमा राशि पर खोले गए खातों के बाद ऐसी घोषणा ग्राहकों को परेशान करने वाली साबित हो सकती है। एसबीआई इससे पहले तीन से ज्यादा बार एटीएम के प्रयोग पर पहले ही 50 रूपए वसूलने की घोषणा कर चुकी है।