फ्लाइट से दिल्ली आना-जाना अब सस्ता हो गया है। इसकी वजह यह है कि अब आने वालों को यूजर डेवलेपमेंट फीस नहीं देना होगा। दरअसल एविएशन नियामक ने यहां से उड़ने वाली घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट पर लगने वाली यूजर डेवलेपमेंट फीस (UDF) को घटा दिया है। इसी तरह यहां से उड़ान भरनेवाले घरेलू यात्रियों के लिए यूडीएफ घटाकर महज 10 रुपये जबकि अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए 45 रुपये कर दिया गया है।
बता दें कि यह कमी डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों तरह की फ्लाइट्स के टिकटों पर की गई है। सिविल एविएशन के डायरेक्टर जनरल की ओर से रिवाइज्ड टैरिफ ऑर्डर नोटिफाई कर दिया गया है। बता दें कि दिल्ली एयरपोर्ट को इस चार्ज से सालाना 350 करोड़ रुपए की कमाई होती रही है। पहले दिल्ली से बाहर जानेवाले हर एक पैसेंजर को टैक्स के अतिरिक्त 1,131 रुपये तक यूडीएफ देना पड़ता था।
गौरतलब है कि इसी हफ्ते सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर यात्रियों के खर्चे कम करने की व्यवस्था लागू करने का आदेश दिया था। एविएशन सेक्रटरी आरएन चौबे की माने तो यह तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा। नई व्यवस्था के तहत दिल्ली से लंदन और न्यूयॉर्क से दिल्ली के टिकट लेने पर लागू यूडीएफ 2,436 रुपये (टैक्स सहित) से घटकर महज 53 रुपये रह जाएगा। यानी, अब यात्रियों को कुल 2,380 रुपये की बचत होगी।
इसी तरह दिल्ली-मुंबई-दिल्ली के टिकट पर लागू यूडीएफ 1068 रुपये (टैक्स सहित) से घटकर महज 12 रुपये हो जाएगा। मतलब 1,056 रुपये का सीधा लाभ मिलेगा। अभी तक दिल्ली से मुंबई तक का किराया तीन हजार रुपये से ऊपर ही होता है। फेस्टिवल सीजन में तो यह 6 हजार रुपये तक पहुंच जाता है। अगर कंपनी यूडीएफ में कटौती का पूरा लाभ यात्रियों को देती है, तो दिल्लीं से मुंबई तक का हवाई किराया सामान्यर दिनों में सिर्फ 2000 रुपये के आसपास हो जाएगा।
इसके अलावा, विमानों का लैंडिंग-पार्किंग चार्ज भी घटा दिया गया है। अब देखना यह है कि कंपनियां इसका कितना फायदा यात्रियों को देती है।