वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर आज से 10 लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि वेतन बढ़ोतरी के मुद्दे को लेकर बैंक यूनियनों और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन के बीच सहमति नहीं बन पाई। जिस कारण 10 लाख से भी ज्यादा बैंक कर्मचारियों ने दो दिन की हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है। यह हड़ताल 30 व 31 मई को जारी रहेगी। इससे बैंकिंग व्यवस्था ठप पड़ सकती है। बता दें कि यह हड़ताल बुधवार को सुबह 6 बजे से ही शुरू हो गई है।
इस बारे में बैंक यूनियन AIBOC के जनरल सेक्रेटरी रविंदर गुप्ता ने बताया, कि हमने हड़ताल के लिए इंडियन बैंक्स एसोसिएशन को 25 दिन पहले ही नोटिस दे दिया था, लेकिन आईबीए बैंक कर्मचारियों के साथ समझौता करने में असफल रहा। उन्होंने बताया कि बैंक कर्मचारियों को उनकी मेहनत के मुताबिक मुनाफा नहीं मिल रहा है। बैंक यूनियंस का कहना है कि 5 मई को आईबीए ने बैंक कर्मियों के वेतन में दो फीसदी की बढ़ोतरी सहित दो प्रस्ताव दिए थे, जिसे सरकार ने खारिज कर दिया ।
इस मामले में यूनाइटेड फॉरम ऑफ बैंक यूनियन (UFBU) के संयोजक देवीदास तुलजापुरकर ने कहा था कि, ‘बैंकों को जो भी नुकसान हो रहा है, वह उनका बैड लोन बढ़ने की वजह से हो रहा है। इसके लिए किसी भी तरह से बैंक कर्मचारी जिम्मेदार नहीं हैं।’
सूत्रों के मुताबिक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नैशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, इलाहाबाद बैंक, यूनियन बैंक और यूको बैंक सहित पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के सभी बैंकों के अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। साथ ही इन बैंकों में जिनका अकाउंट है, उनकी सैलरी आने में भी देर हो सकती है। इसके साथ ही एटीएम में पैसा नहीं मिलने के आसार भी हैं। इसके अलावा नेटबैंकिंग, आरटीजीएस, एनईएफटी की सेवाएं भी नहीं मिलेंगी। बताया जा रहा है कि कुछ एटीएम के सिक्यॉरिटी गार्ड्स भी हड़ताल में हिस्सा लेंगे।