Adani Group: गौतम अडानी समूह वर्तमान में विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार कर रहा है। कंपनी विभिन्न क्षेत्रों में कई नए बाजारों में कदम रख रही है। लेकिन क्रेडिटसाइट्स (CreditSights), एक वित्तीय सेवा कंपनी, ने फिच रेटिंग्स द्वारा अडानी समूह के ऋण-आधारित कदम के विस्तार पर चिंता व्यक्त की है। क्रेडिटसाइट्स ने अदाणी समूह की वित्तीय स्थिति पर एक रिपोर्ट तैयार की है। इसके बाद शेयर बाजार में कंपनी के शेयर की कीमत में बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
अडानी पावर, अडानी विल्मर के शेयर 5 फीसदी गिरे हैं। यह लोअर सर्किट स्थापित करने का समय था। रिपोर्ट के मुताबिक अडाणी ग्रुप की कंपनियों पर कुल मिलाकर 2.3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। हालांकि अडाणी ग्रुप के प्रतिनिधियों ने इस रिपोर्ट के बारे में अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
Adani Group: क्या कहती है रिपोर्ट?
दरअसल, अडानी समूह लगातार बड़े प्रभावी तरीके से विस्तार कर रहा है। ऐसे में कंपनी पर आर्थिक दबाव बढ़ रहा है। कंपनी उन क्षेत्रों में अपने हाथ मजबूत कर रही है जहां अधिक पूंजी की आवश्यकता होती है। क्रेडिटसाइट्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि Promoters कंपनियों में बहुत कम पूंजी निवेश कर रहे हैं। अडानी समूह और मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज बाजार में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा में हैं। इससे गलत निर्णय लेने का खतरा बढ़ जाता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि- अडानी समूह पर भारी कर्ज है। स्थिति का फायदा उठाने की कोशिशों में समूह पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। कर्ज के जाल में फंस सकती है कंपनी , ऐसे जोखिम का उल्लेख क्रेडिटसाइट्स द्वारा किया गया है। अडानी समूह की कंपनियों में निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बता दें कि मंगलवार 23 अगस्त को भी अडाणी ग्रुप की सभी सातों लिस्टेड कंपनियों के शेयर 2 से 7 फीसदी तक फिसलते देखा गया था।
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