कश्मीर घाटी में लगातार हो रही बर्फबारी और बारिश से आम जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। आलम यह है कि झेलम और उसकी सहायक नदियों के उफान पर आने के बाद घाटी में बाढ़ संबंधी हाई अलर्ट जारी कर सभी स्कूलों को सोमवार तक बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं। लद्दाख के बटालिक सेक्टर में हिमस्खलन के चपेट में आकर जवानों की एक चौकी तबाह हो गई जिसमें सेना के दो जवानों को तो बचा लिया गया लेकिन तीन की मौत हो गई।
इलाहाबाद के नगर निगम की बैठक में राष्ट्रीय गीत गाने के दौरान विपक्ष के कई पार्षद अपने जगह पर ही बैठे दिखे। विपक्षी पार्षदों के इस हरकत ने अब तुल पकड़ लिया है। इसे लेकर मेयर अभिलाषा गुप्ता नन्दी ने इन पार्षदों के खिलाफ पुलिस में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की है। वंदे मातरम् का विवाद 1937 से चल रहा है। जिसे लेकर 1996 में यह व्यवस्था बनाई गई थी कि सदन में जिन्हें राष्ट्रीय गीत नहीं गाना है तो वह इसे गाते वक्त सदन से बाहर जा सकते हैं।
शुक्रवार 07 अप्रैल को एपीएन स्टूडियो में इन दोनों ट्रेन्डिंग मुद्दों पर बात की गई। मुद्दे के दो पड़ाव थे जिनमें पहले ये जानने की कोशिश की गई कि कश्मीर में फिर क्यों मचा हाहाकार और दूसरे पड़ाव में वन्दे मातरम् पर हंगामा क्यों और गाने से शर्माना क्यों? मुद्दे पर बातचीत हुई। मुद्दे का संचालन एंकर हिमांशु दीक्षित ने किया। इस दौरान स्टूडियो में सुदेश वर्मा (राष्ट्रीय प्रवक्ता, बीजेपी), घनेंद्र भारद्वाज (नेता, कांग्रेस), कमाल हुसैन (राष्ट्रीय प्रवक्ता, पनुन J&K), ब्रिगेडियर बी डी मिश्रा (रक्षा विशेषज्ञ), गोविंद पंत राजू (सलाहकार संपादक एपीएन न्यूज), मोहम्मद अब्बास (प्रवक्ता, सपा),व मुन्ना कुमार शर्मा (हिन्दू धर्मगुरु) मेहमान के तौर पर मौजूद थे।
ब्रिगेडियर बी डी मिश्रा ने कहा कि भारत की सेना विश्व की सेना से एक अलग मायने में महत्व रखती है। सब सेनाएं ऐसी नहीं होती कि जो आप पर हमला करें और आप उन्ही के बचाव काम में लगे रहें। घाटी के युवाओं को आईएसआई द्वारा जिहाद के नाम पर ब्रेनवाश कर उकसाया जा रहा है और आज जब घाटी में आपदा आई है तो वह कहाँ हैं? ऐसे लोग किसी के सगे नहीं है।
घनेंद्र भारद्वाज ने कहा कि घाटी की समस्या को व्यापक रुप में देखना चाहिए, यह समस्या आज से नहीं बल्कि लम्बे समय से चली आ रही है। जिसकी जिम्मेदारी पीडीपी और बीजेपी सरकार की बनती है। आज कश्मीर में जो युवा पत्थरबाजी करते है उनपर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।
कमाल हुसैन ने कहा कि कश्मीर के युवा उन बच्चों की तरहहैं जिन्हे आज प्यार से समझाने की जरुरत है, लेकिन साथ ही समयानुसार सख्ती भी बेहद जरूरी है। सरकार एक्शन ले हमारी सरकार उनके साथ है।
सुदेश वर्मा ने कहा कि अगर आर्मी पर कोई पत्थरबाजी करेंगा तो आर्मी क्यों चुप बैठेगी। कश्मीरियों को आप बच्चा कह रहे है तो वह कौन है जो आर्मी के वर्दी में 16-20 साल के उम्र में घाटी में शांती के लिए तैनात है? रही बात राष्ट्रीय गीत की तो, राष्ट्रीय गीत न ही हिन्दू और मुस्लिम गीत है वह केवल भारतीय गीत है जिसको गाने में किसी को शर्म नहीं आनी चाहिए।
गोविंद पंत राजू ने कहा कि पत्थरबाज नेताओं की कमाई इन्ही के दम पर है। घाटी में आई आपदा के दौरान वह आज राजमहलों में आराम से बैठे है और मर बेचारी जनता रही है।
मुन्ना कुमार शर्मा ने कहा कि यह राष्ट्र हिन्दुओं का है और हिंदुस्तान में आज रहना है तो वंदे मातरम् कहना है। वंदे मातरम् मातृभूमि की वंदना है और उसकी वंदना करने में क्या गलत है।
मोहम्मद अब्बास ने कहा कि संविधान में किये गए प्रावधानों के अनुसार सिर्फ राष्ट्र ध्वज और राष्ट्रगान को लेकर नागरिकों को मजबूर किया जा सकता है उनके विरोध करने पर देशद्रेह का मुकदमा भी चलाया जा सकता है लेकिन वंदे मातरम् जो व्यक्तिगत रुप से गाना चाहे गा सकता है, इसे गाने के लिए किसी को मजबूर करना संविधान की भावना के खिलाफ है।