ट्रिपल तलाक के मुद्दे को लेकर देश के अंदर बहस जारी है। जिसे लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष क़ल्बे सादिक ने कहा है कि “मुस्लिम महिलाओं की गरिमा से कोई समझौत नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने फैसला लिया है कि एक से डेढ़ साल के अंदर तीन तलाक की प्रथा को खत्म कर दिया जाएगा, सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।“ कल्बे सादिक ने माना कि तीन तलाक प्रथा महिलाओं के पक्ष में नहीं है। लेकिन यह समुदाय का निजी मसला है और वे खुद एक-डेढ़ साल के भीतर इसे सुलझा लेंगे। डॉक्टर सादिक का मानना है कि तीन तलाक ने पूरे भारत में कई मुस्लिम परिवारों को बर्बाद कर दिया है।
यूपी में सरकार बनने के बाद हरकत में आए सीएम योगी ने लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट के बाद अब समाजवादी पेंशन योजना पर भी जांच कराने की बात कही है। सीएम ने कहा कि 1 महीने के अंदर इस योजना की जांच कराई जाए कि इसका लाभ लाभार्थियों को मिल रहा है या नहीं? साथ ही उन्होंने समाजवादी पेंशन योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री पेंशन योजना करने को कहा है।
बुद्धवार 12 अप्रैल को एपीएन के खास शो मुद्दा में इन्हीं पहलुओं को लेकर चर्चा की गई कि ”तीन तलाक मुद्दे पर सरकार के दबाव में #AIMPLB? और योगी सरकार ने बदले पिछली सरकार के फैसले।” इस चर्चा को लेकर नरेंद्र सिंह राणा (नेता, बीजेपी), गोविंद पंत राजू (सलाहकार संपादक, एपीएन), संजीव मिश्रा (प्रवक्ता सपा) व कृष्णकांत पांडे (प्रवक्ता कांग्रेस) जैसे विशेषज्ञों ने अपने विचारों को जनता के समक्ष रखा। शो का संचालन एंकर हिमांशु दीक्षित ने किया।
नरेंद्र सिंह राणा ने बताया कि कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है, लोकतंत्र में समान रुप से देश चलता है और पूरे देश में सभी महिलाओं को एक समान अधिकार, और सम्मान मिलना चाहिए। अगर डॉ सादिक साहब इस मुद्दे को हल कर देते है तो यह एक बेहतर कदम सिद्ध होगा। सरकार इस मसले पर बस इनकी मदद कर सकती है लेकिन इसका हल मुस्लिम समुदाय को निकालना होगा। उन्होंने सीएम योगी की तारीफ़ करते हुए कहा कि “इस बार यूपी को एक ऐसा सीएम मिला है जिसका न कोई परिवार है और न पार्टी वह केवल जनता के लिए आत्म समर्पित है।“
संजीव मिश्रा ने बताया कि ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर महिलाओं से राय लेनी चाहिए क्योंकि यह मुद्दा उनसे जुड़ा हुआ है। रही बात योगी सरकार की तो उनकी सरकार बने केवल 24 दिन हुए हैं लेकिन उन्होंने अभी तक कोई रचनात्मक काम नहीं किया है, केवल समाजवादी योजनाओं का नामंकरण किया है। यह यूपी का दुर्भाग्य है कि आज यूपी में एक सीएम के नाम पर सात सीएम है जिनमें से दो डिप्टी सीएम और चार केंद्र में बैठे है।
गोविंद पंत राजू ने बताया कि तीन तलाक जैसी कुप्रथा को खत्म करना होगा जिसके लिए आज मुस्लिम समुदाय कि महिलाएं आवाज उठा रही हैं। डॉ सादिक का बयान अपना व्यक्तिगत बयान है, जिसको मुस्लिम प्रर्सनल लॉ बोर्ड के तहत जोड़कर देखा जा रहा है। क्या कोई भी व्यक्ति फोन के जरिए किसी को तलाक दे सकता है? इस्लाम के अनुसार यह कितना जायज है। उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा सरकार सही दिशा में काम कर रही है। पिछली सरकार में सरकारी योजनाओं के साथ तोड़फोड़ हुई है।
कृष्णकांत पांडे ने बताया कि अगर AIMPLB कहता है कि वह इसका समाधान निकालेंगे तो उनको समय दिया जाना चाहिए। रही बात सीएम योगी कि तो उनकी सरकार बने 24 दिन हुए है। सीएम सामाजवादी पेंशन योजना बंद करना चाहते है तो बंद कर ले लेकिन इससे जनहीत प्रभावित न हो। क्योंकि पिछली सरकार में योजनाओं के नाम से कभी अंबेडकर पार्क तो कभी जनेश्वर पार्क गुलजार होता रहा।