Manipur Women Paraded Naked: मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।उसके बाद विपक्ष से लेकर देश के आम आदमी में गुस्सा साफ देखा जा सकता है।जानकारी के अनुसार बुधवार को सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ वो बीती 4 मई 2023 का है। यह घटना मणिपुर के थोबल जिले की है।जिसे मैतेई बहुल क्षेत्र माना जाता है।यहां दो महिलाओं के साथ हुई इस दर्दनाक हादसे की शिकायत 18 मई को पुलिस में की गई थी। जबकि 21 जून को इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई।इस मामले में पुलिस ने हथियारबंद अज्ञात बदमाशों के खिलाफ नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन में अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का केस दर्ज किया है।हालांकि गुरुवार की सुबह पुलिस ने मुख्य आरोपी को दबोच लिया। जिसका नाम खुयरुम हेरादास है।इसी ने वायरल वीडियो में हरी टीशर्ट पहनी है।
Manipur Women Paraded Naked: जानिए उस दिन क्या हुआ था ?
Manipur Women Paraded Naked: पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के अनुसार 4 मई की दोपहर करीब 3 बजे अज्ञात लोगों ने उनके गांव पर हमला बोल दिया।हमलवार मैतेई समुदाय से थे। भीड़ ने यहां आग लगा दी, नकदी और गहने समेत कीमती सामान को लूट लिया।इस दौरान तीनों पीड़ित महिलाएं अपने पिता और भाई के साथ जंगल की तरफ भागीं।पुलिस की टीम ने इन्हें बचा लिया। थाने में ले जाने से करीब 2 किलोमीटर पहले ही भीड़ ने इनका रास्ता रोका।
पुलिस के सामने ही उनके पिता की हत्या कर दी। इसके बाद तीनों महिलाओं को कपड़े उतारने को मजबूर किया। इनकी आयु 21 वर्ष, 42 वर्ष और 52 वर्ष थी। इसके बाद महिलाओं को भीड़ के सामने चलने के लिए भी मजबूर किया गया।
इस दौरान भीड़ ने 21 साल की लड़की के साथ दिनदहाड़े सामूहिक दुष्कर्म किया। उसके भाई ने बचाने की कोशिश की तो भीड़ ने उसे मार दिया। आसपास के इलाके में अपने जान-पहचान वालों की मदद से दो महिलाएं वहां से भागने में कामयाब रहीं।
Manipur Women Paraded Naked: क्या बोले पीएम मोदी ?
Manipur Women Paraded Naked: इस पूरे घटनाक्रम पर पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा। कानून अपनी पूरी शक्ति से, पूरी सख्ती से, , एक के बाद एक कदम उठाएगा। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता।
Manipur Women Paraded Naked: क्या बोले मणिपुर के सीएम ?
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि ‘ये इंसानों वाला काम नहीं है।’ वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर स्वतः संज्ञान लिया है। इस मामले में 28 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर स्वतः संज्ञान लिया है। इस मामले में 28 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
Manipur Women Paraded Naked: आखिर क्या है मैतई आरक्षण का मसला ?
दरअसल मणिपुर में मैतई समुदाय की आबादी लगभग 53 फीसदी से अधिक है।जिनमें ज्यादातर हिंदू हैं, वहीं कुकी,नगा की आबादी 40 फीसदी के आसपास है।गौरतलब है कि इतनी बड़ी आबादी होने के बावजूद मैतेई समुदाय सिर्फ घाटी में ही बस सकते हैं। जबकि यहां 90 फीसदी से ज्यादा इलाका पहाड़ी है।जहां नगा और कुकी, जबकि घाटी में मैतई का दबदबा है।
यहां एक कानून है, जिसके तहत घाटी में बसे मैतेई समुदाय के लोग पहाड़ी इलाकों में न बस सकते हैं और न ही जमीन की खरीद-फरोख्त कर सकते हैं।जबकि कुकी और नगा घाटी में बस भी सकते हैं और भूखंड भी खरीद सकते हैं।
ऐसे में पूरा मसला ही इसी बात पर आता है कि 53 फीसदी से ज्यादा आबादी सिर्फ 10 फीसदी क्षेत्र में रहन सकती है, दूसरी तरफ 40 फीसदी आबादी का दबदबा यहां अधिक है।
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