दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्विद्यालय एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार की वजह है 25 साल के छात्र की खुदकुशी का मामला। मुथुकृष्णनन जीवांनदम नाम के छात्र ने पंखे से लटक कर दुनिया को अलविदा कह दिया। मुथुकृष्णनन जिसे लोग क्रिश नाम से भी जानते थे। क्रिश तमिलनाडु के सेलम जिले का रहने वाला था। होली मनाने दिल्ली के मुनिरका इलाके में अपने दोस्त के यहां गए क्रिश ने दोस्त के ही घर पंखे से लटक कर जान दे दी
बता दें क्रिश की आत्महत्या की वजह अभी साफ नहीं हो पाई है लेकिन उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में असमानता की बात करके कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
जेएनयू में एम।फिल की पढाई कर रहे क्रिश ने 10 मार्च के फेसबुक पोस्ट में असमानता की बात कही थी। क्रिश अपने पोस्ट पर ‘माना’ सीरीज के ज़रिए एक दलित छात्र के संघर्ष की कहानियां लिख रहे थे। आखिरी पोस्ट में क्रिश ने लिखा था, ‘समानता से वंचित करना हर चीज़ से वंचित करना है’।
इस मामले पर क्रिश के दोस्तो ने बताया कि 7-8 दोस्त होली मनाने के लिए फ्लैट में इकट्ठा हुए थे। क्रिश सुबह से ही परेशान दिख रहा था और किसी से ढंग से बात भी नहीं कर रहा था। क्रिश ने अपने दोस्तों को कहा की वह सोने जा रहा है। कुछ देर बात जब एक दोस्त ने खाना खाने के लिए उसे उठाया तो उसने दरवाजा नहीं खोला। काफी समय बाद दरवाजा न खोलने के बाद जब दोस्तो ने कमरे में झांकने की कोशिश की तो क्रिश का शव पंखे से लटका हुआ मिला। उसके बाद दोस्तो ने पुलिस को सूचना दी।
फिलहाल पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला एक वरिष्ट अधिकारी ने बताया कि क्रिश बहुत समय से अपनी निजी कारणों के चलते परेशान था।
सोमवार शाम क्रिश के परिवार वालों ने सेलम में विरोध प्रदर्शन करके रोड़ जाम किया। क्रिश के पिता का कहना है कि उनका बेटा कायर नहीं था जो आत्महत्या कर ले। परिवार वालों ने मामले की जांच करने की मांग की है। जेएन यू में छात्र सम्बंधित पहले भी कई मामले लंबित है, पुलिस अब तक गायब हुए नजीब अहमद को नहीं तलाश कर पाई है। अब इस मामले को सुलझाने में कितना वक़्त लगेगा कहना मुश्किल है।