हर साल की तरह इस साल भी 5 अप्रैल को पहले आईपीएल मैच होने की घोषणा हो चुकी है। विश्व क्रिकेट के इस सबसे बड़े क्रिकेट लीग का प्रेमी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उन क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बुरी खबर है।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई गई प्रबंधक समिति (COA) और राज्य क्रिकेट संघों के बीच विवाद चल रहा है। ऐसे में इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि संघ को दिया जाने वाला फंड इस बार रिलीज न होगा। अगर ऐसा हुआ तो आईपीएल नहीं हो पाएगा और बीसीसीआई को आर्थिक तौर पर बड़ा नुकसान हो सकता है।
हर क्रिकेट एसोसिएशन को आईपीएल के एक मैच के लिए 60 लाख रुपए दिए जाते हैं। इसमें 30 लाख बीसीसीआई से और बाकी फ्रेंचाइजी से मिलते हैं। ये पैसे खेल, प्रैक्टिस, लाइटिंग, मैदान को तैयार करने और ग्राउंड स्टाफ पर खर्च किए जाते हैं। पिछले कुछ सालों से एसोसिएशंस को बोर्ड से एडवांस और बैलेंस पेमेंट टूर्नामेंट के दौरान मिल रहा है, लेकिन चीजें इस बार वैसी नहीं है।
पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जब तक लोढ़ा कमेटी की सिफारिशें क्रिकेट एसोसिएशंस लागू नहीं करेंगे, तब तक उन्हें बीसीसीआई से कोई फंड जारी नहीं होगा। न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट, वन-डे और टी20 सीरीज के दौरान स्टेट एसोसिएशंस ने कहा था कि वो इतना खर्च नहीं उठा पाएंगे। इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फंड जारी करने की परमिशन दे दी थी। लेकिन अब आईपीएल के लिए इस तरह की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है।