यूपी के एटीएस और एसटीएफ की निगाहों से फरार चल रहे छ: आतंकियों में से दो आतंकियों को टीम ने राजधानी के पीजीआई इलाके से धर दबोचा है। गुरुवार को खुरासान मॉडयूल के मास्टरमाइंड गौस मोहम्मद खान और आतंकी मोहम्मद अजहर को गिरफ्तार किया है। जिसमें चार आतंकी अब भी फरार है। जिसके चलते देश की राजधानी सहित यूपी के कई इलाको में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जांच एजेंसियों के मुताबिक, लखनऊ में हुए एनकाउंटर से पहले इसका घटना का मास्टरमाइंड सैफुल्ला से मिलने आया था। जहां उसने सैफुल्ला को विस्फोटक सामान और हथियार उपलब्ध कराये थे।
गौस की गिरफ्तारी के बाद सामने आए उनके बेटे अब्दुल कादरी ने कहा कि “जो इंसान देश का नहीं हो सका वह हमारा क्या होगा, जो देश का दुश्मन है वो हमारा भी दुश्मन है।” मेरे पिता से अब मेरा कोई वास्ता नहीं है। कानून जो सजा उन्हें देना चाहे वह सर्वमान्य होगा। वैसे भी लगभग दो वर्षों से वह हम सभी को छोड़कर चले गए थे, और उन्होंने यह जानने की कोशिश भी नहीं किया कि हम जिंदा है या मर गए हैं।
कौन है गौस मोहम्मद?…
- गौस 1978 में भारतीय वायूसेना में कारपोरल पद पर नियूक्त हुए थे, उन्होंने 1993 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
- हाल ही के दिनों में वह लोगों की निगाहों से बचने के लिए अपनी पहचान बदलकर अपना नाम कारण खत्री कर लिया था।
- गौस सोशल मीडिया के माध्यम से ऐसे नौजवानों को ठुठने का काम करता जो आईएसआईएस के सम्पर्क में आना चाहते थे हैं वह उनसे मिलकर उनका ब्रेन वॉस करने का काम करता था।
- गौस उग्रवादियों को हथियारों उपलब्ध करवाने का काम करता था ।
सैटेलाइट के जरीए ट्रेस हुआ था लोकेशन…
लखनऊ के ठाकुरगंज के एक घर में हुए एनकाउंटर से पहले, सुरक्षा जांच एजेंसियों ने आतंकियों द्वारा सैटेलाइट फोन के जरिए फीडबैक भेजने और नेटवर्क के फेल होने की वजह से लोकेशन ट्रेस हो गया था। साथ ही इनके तार भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन से जुड़े होने के शक पर इसकी सूचना केरल एटीस कमांडो ने यूपी पुलिस को तत्काल खबर दी। जिसके बाद लखनऊ पहुंची एटीएस की टीम ने पूरे एरिया को सील कर कार्यवाही शुरुकर दी, लेकिन इस मुठभेड़ में सैफुल्ला मारा गया। वहीं कानपुर और इटावा में छारेमारी के दौरान कई संदिग्धों को पकड़ा गया है।
गृहमंत्रालय ने जारी किया बयान…
भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन धमाके और ठाकुरगंज में हुए मुठभेड़ पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया है कि अब तक इस कार्यवाही में कुल छ: संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। उन्होने सैफुल्ला के पिता को लेकर कहा कि आतंकी बेटे के शव को लेने के फैसले को इंकार करना सराहनीय है। इस देश को सैफुल्ला के पिता पर नाज है और पूरा सदन उनके साथ खड़ा है।