आंतकी खतरे को देखते हुए दिल्ली और मुंबई के एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। ये एयरपोर्ट दुनिया के सबसे बेहतरीन एयरपोर्ट्स से भी ज्यादा सुरक्षित हैं। एक सर्वे के मुताबिक, लंदन का हीथ्रो एयरपोर्ट हो या फिर अमेरिका का लॉस एंजलेस यात्री खुद को वहां इतना सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं जितना दिल्ली या मुंबई एयरपोर्ट में करते हैं। भारत के एयरपोर्ट की सुरक्षा करने वाली एजेंसी, सीआईएसएफ ने आज इस सर्वे के आंकड़े पेश किए।
सीआईएसएफ के डायरेक्टर जनरल ओपी सिंह ने बताया कि ब्रसेल्स स्थित एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) ने एयरपोर्ट क्वॉलिटी सर्विस (एएसक्यू) ने वर्ष 2016 में कराए गए एक सर्वे में आईजीआई एयरपोर्ट की रैकिंग हीथ्रो एयरपोर्ट से बेहतर है। इस सर्वे में एयरपोर्ट का उपयोग, चेक-इन, सुरक्षा स्क्रीनिंग, विश्रामगृह, स्टोर और जलपान गृह आदि 36 प्रमुख सेवाओं को शामिल किया गया। इसके चार पैमानों पर इंदिरा गांधी एयरपोर्ट, मुंबई एयरपोर्ट, कोलकाता और बेंगलुरु एयरपोर्ट लंदन के हीथ्रो और पेरिस के चार्ल्स दे गुल्ले एयरपोर्ट की तुलना में सुरक्षा के लिहाज से ज्यादा बेहतर हैं।
माना जा रहा है कि अगले कुछ महीनों में नई सुरक्षा प्रणाली हो जाएगी। डायरेक्टर जनरल ओपी सिंह के मुताबिक, “एयरपोर्ट्स पर ओवरऑल सिक्युरिटी को लेकर हम एक कंसेप्ट पेपर तैयार कर रहे हैं। प्लान में सिक्युरिटी के सारे पहलुओं पर गौर किया जाएगा। हमें उम्मीद है कि इस तरह की सिक्युरिटी एक स्टैंडर्ड की तरह काम करेगी। प्लान को सही तरीके से लागू किया जा सके, इसके लिए उसे एयरपोर्ट सिक्युरिटी से जुड़े सभी हिस्सों से शेयर किया जाएगा।”
सुरक्षा के ब्लूप्रिंट के मुताबिक, “सीसीटीवी कैमरे केवल चैकिंग और सिक्युरिटी के काम नहीं आएंगे बल्कि वे टर्मिनल एरिया से लेकर एयरक्राफ्ट तक नजर रखेंगे। इससे टर्मिनल बिल्डिंग के हर हिस्से पर नजर रखी जाएगी। कोई भी ग्रे हिस्सा नहीं छोड़ा जाएगा। मौजूदा सीसीटीवी कैमरों में वीडियो एनालिटिक्स फीचर्स हैं, उन्हें स्टॉल किया जाएगा। जिससे यात्री, स्टाफ और लावारिस पड़े सामान की तहकीकात की जा सके।” साथ ही “कैम्पस में हथियारों से लैस व्हीकल्स भी होंगे जो आतंकी हमले का असरदार तरीके से जवाब दे सकें। मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु जैसे बड़े एयरपोर्ट्स पर संदिग्ध एक्टिविटी को रोकने के लिए फैंसिंग लगाने का भी प्लान है।”