गैंगस्टर से राजनेता बने आनंद मोहन सिंह (Anand Mohan) को गुरुवार सुबह बिहार की सहरसा जेल से रिहा कर दिया गया। आनंद मोहन की रिहाई से जी कृष्णैया की पत्नी और बेटी नाराज हैं। मारे गए डीएम जी कृष्णैया की बेटी पद्मा ने कहा कि वह निराश हैं और उन्होंने सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए निराशाजनक है कि आनंद मोहन सिंह आज जेल से रिहा हो गए हैं। सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “मैं नीतीश कुमार जी से इस फैसले पर दोबारा विचार करने का अनुरोध करती हूं। इस फैसले से उनकी सरकार ने एक गलत उदाहरण पेश किया है। यह सिर्फ एक परिवार के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए अनुचित है। हम इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे।”
पति की रिहाई से खुश हैं लवली आनंद
वहीं आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद ने खुशी जताते हुए कहा कि हम ईश्वर, बिहार सरकार और अपने समर्थकों का आभार व्यक्त करते हैं। खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकते…जी कृष्णैया की हत्या का हमें भी दर्द है। अगर यह घटना आनंद मोहन के सामने होती तब वे कभी ऐसा नहीं होने देते। हम उनकी रक्षा करने की पूरी कोशिश करते।
बता दें कि आनंद मोहन साल 1994 में गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी कृष्णैया की कथित तौर पर आनंद मोहन सिंह द्वारा उकसाई गई भीड़ ने हत्या कर दी थी। बिहार की एक निचली अदालत ने 2007 में गैंगस्टर से राजनेता को मौत की सजा सुनाई थी। हालांकि, पटना उच्च न्यायालय ने इसे उम्रकैद में बदल दिया था, जिसे 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा था।
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