Bihar Caste Census: बिहार में अब जातियों की पहचान कोड के आधार पर किया जाएगा। सरकार ने हर जाति को एक कोड दिया है। बिहार में जारी जाति आधारित जनगणना के दूसरे चरण में जातिगत अंक के आधार पर बनाए गए कोड फॉर्म, पोर्टल और मोबाइल एप के जरिए भरे जाएंगे। दूसरे दौर की जाति आधारित जनगणना के अनुसार 215 जातियों की सूची तैयार की गई है। प्रत्येक जाति के लिए अलग-अलग कोड निर्धारित की गई हैं। इस तरह से जातियों की पहचान उनके कोड नंबर से होगी। अब कोड के जरिए किसी व्यक्ति की जाति का पता चलेगा। यहां तक कहा गया है कि भविष्य में नौकरी के सभी आवेदनों और रिपोर्ट में इन कोड के जरिए जातियों की पहचान की जाएगी।
Bihar Caste Census: जातियों के लिए अलग-अलग कोड क्या होंगे?
जाति आधारित जनगणना से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार, बनिया जाति के लिए कोड संख्या 124 निर्धारित किया गया है, जिसमें सुदी, गोदक, मायरा, रोनियार, पंसारी, मोदी, कसेरा, केसरवानी, ठठेरा, कलवार, कमलापुरी वैश्य, महुरी शामिल हैं। वैश्य, बंगी वैश्य, वैश्य पोद्दार, बरनवाल, अग्रहरी वैश्य, कसौधन, गन्धभनिक, बाथम वैश्य, गोलदार आदि शामिल हैं। कायस्थ के लिए 22, ब्राह्मणों के लिए 128 और भूमिहारों के लिए 144 कोड नंबर निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार भिन्न-भिन्न जातियों के लिए भिन्न-भिन्न कोड निर्धारित की गई हैं।
पिछले साल जनगणना को मिली थी मंजूरी
बिहार सरकार ने पिछले साल जाति आधारित जनगणना को मंजूरी दी थी। इस जनगणना के तहत पहले चरण में मकानों की गणना पूरी कर ली गई है, जबकि दूसरे चरण की गणना 15 अप्रैल से शुरू होनी है। सरकार ने इस जनगणना को मई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
यह भी पढ़ें: