दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी गूगल पर 500 मिलियन यूरो का जुर्माना लगा है। जो कि भारतीय रकम के अनुसार 4,400 करोड़ है। कंपनी पर कॉपीराइट कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। गूगल पर फ्रांस ने बड़ी रकम का जुर्माना ठोका है। अब टेक कंपनी को 500 मिलियन यूरो का भुगतान करना ही होगा। गौरतलब है कि अलग अलग मामलों को लेकर गूगल कई देशों में केस का सामना कर रहा है।
फ्रांस के एंट्रीट्रस्ट वॉचडॉग ने Alphabet ओन्ड कंपनी पर Google को अस्थायी तौर पर उन आदेशों को ना मानने का दोषी पाया गया है। जिसके वजह से फ्रांस के न्यूज पब्लिशर्स को उनके कंटेंट के इस्तेमाल के लिए Google को मुआवजा देना होगा।
मामले में अमेरिकी टेक कंपनी Google को दो महीने का समय दिया गया है। कंपनी को दो माह के भीतर एक प्रस्ताव पेश करके बताना होगा कि आखिर वो न्यूज एजेंसियों और अन्य पब्लिशर्स को उनके न्यूज कंटेंट के इस्तेमाल के लिए किस तरह से मुआवजा का भुगतान करेगा। अगर Google की तरफ से ऐसा नहीं हुआ तो उसे प्रतिदिन के हिसाब से 900,000 यूरो का अतिरिक्त जुर्माना देना पड़ सकता है।
खबरों के मुताबिक यह Google पर किसी कंप्टीशन अथॉरिटी की तरफ से लगाया गया सबसे बड़ा जुर्माना बताया जा रहा है। Google के प्रवक्ता ने इस तरह के फैसले को काफी दुखद बताया है। हमने सही इरादे से काम किया है और हम बातचीत के दौर में थे। ऐसे समय में जुर्माना लगाना बेहद गलत है।
इससे पहले कंपनी पर साल 2018 में यूरोपिय यूनियन ने 4.3 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया था। जो की लगभग 344 अरब रुपये है। अमेरिकी कंपनी गूगल पर आरोप लगा था कि अपने मोबाइल डिवाइस रणनीति के तहत गूगल सर्च इंजन को गलत तरीके से और अधिक ताकतवर बनाया है। पूरे जांच के बाद इस पर इतना बड़ा जुर्माना लगाया गया था। यह अब तक सबसे बड़ा जुर्माना है। किसी भी कंपनी पर इतना बड़ा जुर्माना अभी तक नहीं लगाया गया है।