इटली की टीम ने यूएफा यूरो कप में इंग्लैड को हरा कर 52 साल बाद जीतने का सपना साकार कर लिया। हालांकि, यूरो कप का दूसरा खिताब जीतने के लिए इटली की टीम को एक या दो दशक नहीं, बल्कि 5 दशक से ज्यादा का समय लेना पड़ा। इटली ने पहली बार अपना खिताब 1968 में जीता था। फिर इतने लम्बे समय बाद इटली की टीम यूरोपियन चैंपियनशिप की विनर बनी है। यूरो कप 2020 की चैंपियन टीम का ऐलान रविवार को हुआ, जिसमें इटली की टीम ने कप पर कब्जा जमा लिया।

इटली और इंग्लैंड के बीच खेला गया ये मुकाबला निर्धारित समय और फिर अतिरिक्त टाइम में 1-1 से बराबरी पर रहा। ऐसे में नतीजा निकालने के लिए शूटआउट दिया गया। और इस शूटआउट में इटली ने 3-2 से इंग्लैड को मात दे दी। 55 साल पहले विश्व कप जीतने के बाद से इंग्लैंड अपने पहले बड़े फाइनल में हारकर वेम्बली की भीड़ के लिए दिल दहला देने वाला था। इंग्लैंड की टीम ने लंबे समय से कोई बड़ी ट्रॉफी अपने नाम नहीं किया है।
इस बड़े मैच में स्टार खिलाड़ी और कप्तान हैरी केन और स्टार्लिंग का जलवा नहीं दिखा। जिसका खामियाजा इंग्लैंड को भुगतना पड़ा। इंजुरी टाइम तक मुकाबला बराबरी पर चल रहा था । इसके बाद पेनल्टी शूटआउट का पहला शॉट इंग्लिश कप्तान हैरी केन ने लिया और गेंद जाल में उलझा दी। इसके बाद इटली के डॉमेनिको बेरार्डी ने भी गोल कर दिया।

इंग्लैंड के हैरी मैग्यूरे ने भी गोल किया, जबकि इटली के आंद्रे बेलोटी चूक गए। इंग्लैंड के 2-1 की बढ़त मिल गई थी, लेकिन इसके बाद इटली के लिए बुनाची और फेडेरिको ने दनादन गोल दागते हुए 3-2 का अंतर कर दिया। दूसरी ओर, इंग्लैंड के मार्कस रशफोर्ड, जादोन सांचो और बुकायो साका ऐसा करने में नाकाम हो गए और इटली की टीम ने खिताब पर कब्जा जमा लिया।