सोशल मीडिया से सड़क तक डीएम, पुलिस और अन्य अधिकारियों की दबंगई दिख रही है। दरअसल देश में कोरोना अपनी चरम पर है। इसी मुश्किल को ध्यान में रखते हुए कई राज्यों में लॉकडाउन लगा हुआ है। इस कानून का पालन कराने की जिम्मेदारी डीएम, एसएसपी और अन्य अधिकारियों को दी गई है। ये सभी कुछ नए अंदाज में कानून का पालन करा रहे हैं। कहीं फोन तोड़ा जा रहा है तो कहीं शरीर में कील ठोका जा रहा है। आज की खबर योगी के राज्य उत्तर प्रदेश से है। यहां पर मास्क ना लगाने के जुर्म में होनहार पुलिस ने युवक के हाथ पैर में कील ठोक दी वहीं दूसरी तरफ तीन युवकों को बंदूक के बट से इतना मारा की तीनों अधमरे हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में कबाड़ी का काम करने वाले रंजीत कुमार को योगी की पुलिस ने तालीबानी सजा दी है। नवादा पुलिस स्टेशन के एक कॉस्टेबल ने मास्क ना लगाने के जुर्म में रंजीत को पहले तो खूब पीटा, कान का पर्दा फाड़ दिया उसके बाद जी नहीं भरा तो हाथ और पैर में कील ठोक दी।
रंजीत का आरोप है की बारादरी इलाके की जोगी नवादा पुलिस चौकी के पास गया तो मास्क की चेकिंग के नाम पर रंजीत को रोक लिया इस बीच रंजीत के अपने चेहरे पर मास्क नहीं लगाया था तो चौकी की पुलिस ने बेबस और मजबूर को बेरहमी से मारा इतना ही नहीं मजबूर के हाथों में कीले ठोक दी।
वही रंजीत की मां अपने बेटे को लेकर एसपी ऑफिस गई यहां पर उपचार के लिए बरेली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि, रंजीत कबाड़ी का काम करता है। रोजना 100-200 रुपए कमा लेता। रंजीत के अनुसार वो इकलौता परिवार में कमाने वाला है।
वहीं इस पूरे प्रकरण पर एसएससी रोहित सिंह सजवान का कहना है कि युवक के ऊपर 2019 में मूर्ति तोड़ने का मुकदमा दर्ज हुआ था और 24 मई को भी कोविड-19 करने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कराया था पुलिस से बचने के लिएअब युवक ने षड्यंत्र रचा है।
दूसरी तरफ रायबरेली जिले के सलोन कोतवाली क्षेत्र के सिरसिरा गाँव से भी कुछ इसी तरह की खबर सामने आ रही हैं। यहां पर मास्क ना लगाने के जुर्म में पुलिस ने तीन युवकों को पीट पीटकर अधमरा कर दिया है।
खबर के अनुसार विपिन तिवारी ,विनय, राहुल और शिवाकांत अपनी दोस्त की बहन के तिलक से घर वापसी कर रहे थे इसी दौरान रात करीब 11.30बजे राजापुर जंगल के पास सूची चौकी इंचार्ज मृतुन्जय बहादुर सिंह सिविल ड्रेस में तीन चार हमराहियों के साथ क्रेटा गाड़ी से कार को ओवरटेक करके रोक लिया। आरोप है कि जैसे ही लड़के कार से बाहर निकलते है चौकी इंचार्ज सहित हमराहियों ने बंदूक के बट से सभी को मारना शुरु कर दिया। जिसके बाद सभी लड़को को दरोगा जी सूची चौकी लेकर आये वहाँ बेरहमी से पीटना शुरु किया।
लड़को के मुताबिक लकड़ी बेत,पट्टा से और सीने पर चढ़कर उनकी जमकर पिटाई की है। जब परिवार के लोग आए तो लड़को ने चोट दिखाना शुरु कर दिया। मेडिकल के वक्त भारी पुलिस बल की वजह से मार खाये लड़के मुह नही खोल पाए। वहीं इस मुद्दे पर कोई भी अधिकार बयान देने के लिए तैयार नहीं है।
बता दें कि, देशभर में कोरोना तेजी से फैल रहा है। मास्क लगाना कानूनी तौर पर जरुरी कर दिया गया है। लेकिन इस कानून का पालन कई राज्य में पुलिसकर्मी बड़ी ही बेरहमी से करा रहे हैं।