आज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का शताब्दी वर्ष समारोह था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शताब्दी वर्ष समारोह को संबोधित किया। समारोह में 56 साल पुराना इतिहास दोहराया गया। इसके पहले साल 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री एएमयू गए थे। लाल बहादुर शास्त्री ने एएमयू के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था।
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने एक बयान दिया, उनके बयान को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से जोड़ कर देखा जा रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहा, “जो भी इस देश का है, वो हर देशवासी है और उसका लाभ हर किसी को मिलना चाहिए।”
अपने कार्यकाल के दौरान मनमोहन ने कहा था कि, देश की संपत्ति पर अल्पसंख्यकों का पहला अधिकार है। माना जा रहा है की प्रधानमंत्री मोदी ने मनमोहन सिंह को आज जवाब दिया है।
बता दें कि, दिसंबर 2006 में राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के अल्पसंख्यकों का यहां के संसाधनों पर पहला हक है।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘सर सैयद का संदेश कहता है कि हर किसी की सेवा करें, चाहे उसका धर्म या जाति कुछ भी हो। ऐसे ही देश की हर समृद्धि के लिए उसका हर स्तर पर विकास होना जरूरी है, आज हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के विकास का लाभ मिल रहा है।
नागरिकता कानून को लेकर पीएम बोले कि, नागरिक संविधान से मिले अधिकारों को लेकर निश्चिंत रहे, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास ही सबसे बड़ा मंत्र है। जो देश का है, वो हर देशवासी है और उसका लाभ हर किसी को मिलना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा आज एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के मद्देनजर एएमयू प्रशासन अपनी पूरी तैयारि के साथ मैदान में पीएम का स्वागत करने के लिए उतरा था। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के आधिकारिक बयान के अनुसार इस ऐतिहासिक अवसर को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन ऑनलाइन हुआ। पीएम मोदी के साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी इस समारोह में शामिल थे।
विश्वविद्यालय की 100 वर्षों की उपलब्धियों को किया याद
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह 10 बजे कुरान ख्वानी के साथ इस कार्यक्रम की शुरूवात हुई। जिसके बाद कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर औपचारिक परिचय कराएंगे। इसके बाद सर सैयद एकेडमी के निदेशक अली मोहम्मद नकवी विश्वविद्यालय की 100 वर्षों की उपलब्धियों को सामने रखा।
उनके बाद एएमयू वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोफेसर नईमा खातून महिलाओं की शिक्षा में एएमयू का योगदान विषय पर बात करेंगी। इसी क्रम में विश्वविद्यालय के चांसलर सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन अपने विचार व्यक्त करें।
हम आपको बता दें कि पीएम मोदी की तरफ से यूनिवर्सिटी का निमंत्रण स्वीकार करने के बाद वीसी ने उनके प्रति अपना आभार व्यक्त किया था। एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा था कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) समुदाय विश्वविद्यालय के समारोहों में भाग लेने के लिए उनकी स्वीकृति के लिए आभारी है।