देश के सभी चुनावों में देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस मुह के बल गिर रही है। पार्टी हर जगह बुरी तरह हार रही है। इतने खराब प्रदर्शन से पार्टी के बीच फूट नजर आरही है।
पार्टी के नेता ही पार्टी से संतुष्ट नहीं हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता और जाने-माने वकील कपिल सिब्बल ने अपनी ही पार्टी पर हमला बोला है। कपिल ने कहा, “पार्टी हार में ही जीत तलाश रही है। हार को अपनी नियती मान रही है।”
पार्टी के बारे में इस तरह से कपिल सिब्बल ही नहीं बल्की बिहार के बड़े राजनेता तारिक अनवर भी कह चुके हैं कि, “बिहार चुनाव में हार के बाद पार्टी में मंथन होना चाहिए।” साथी ही आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने भी इशारों में तंज कसते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी अपने खराब प्रदर्शन के कारण देशभर में गंठबंधन का बोझ बनती जा रही है। पार्टी गठबंधन का खेल खराब कर रही है।”
बिहार चुनाव में कांग्रेस के शिकस्त के बाद सिब्बल ने एक अंग्रेजी अखबार को इंटरव्यू देते हुए कहा, “बिहार (चुनाव) और उपचुनावों में हालिया प्रदर्शन पर कांग्रेस पार्टी (के शीर्ष नेतृत्व) के विचार अब तक सामने नहीं आए हैं। शायद उन्हें लगता हो कि सब ठीक है और इसे सामान्य घटना ही माना जाना चाहिए।’ सिब्बल से सवाल था कि क्या आपको लगता है कि कांग्रेस लीडरशिप एक और हार को सामान्य घटना मान रही है? उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता। मैं सिर्फ अपनी बात कर रहा हूं। मैंने लीडरशिप को कुछ कहते नहीं सुना। इसलिए मुझे नहीं पता। मुझ तक सिर्फ नेतृत्व के ईर्द-गीर्द के लोगों की आवाज पहुंचती है। मुझे सिर्फ इतना ही पता होता है।”
तारिक अनवर के बायन को आगे बढ़ाते हुए सिब्बल ने कहा, “हमारे एक साथी ने बिहार में हार के बाद पार्टी से मंथन की उम्मीद की थी पर ऐसा नहीं हुआ। पिछले छह सालों में हार को लेकर कोई मंथन नहीं हुआ, आगे हम कैसे उम्मीद कर सकते हैं। कांग्रेस की कमजोरियों को सभी जानते हैं। हमें पता है पार्टी का नेतृत्व करने के लिए अच्छे लीडर की आवश्यकता है। इसका समाधान भी हमें पता है। अगर पार्टी अपने हार के कारण पर विचार नहीं करेगी तो यू ही हार मिलती रहेगी और पार्टी की हालत पतली हो जाएगी। इससे हम सभी गहरी चिंता में हैं।”