उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों में 90 के दशक से राजनीति में उभरे राम-मंदिर मुद्दे ने सियासत को एक बार फिर से गरमा दिया है। कुछ बीजेपी के नेताओं द्वारा फिर से इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया जा रहा है। गौरतलब है कि बिहार से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने अपने बयान में कहा कि राम मंदिर कब और कहा बनेगा ये तो वक्त बताएगा लेकिन राम मंदिर अगर राम भूमि अयोध्या में नहीं बनेगा तो क्या पाकिस्तान में बनेगा ?
गिरिराज ने कहा कि राम मुद्दे को पॉलीटिकल पार्टियों से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए,यह मुद्दा करोड़ों लोगों की भावना से जुड़ा हुआ है। प्रियंका गांधी पर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आए बीजेपी नेता विनय कटियार के एक बयान ने इस मुद्दे को फिर से जिंदा कर दिया है। कटियार ने राम मंदिर बनवाने के तीन फॉर्मूले बताए-
- अदालती फैसले के ज़रिए मंदिर बनवाना
- बातचीत से
- संसद में कानून बनाकर
कटियार ने कहा कि जिस तरह ढांचा गिराया गया था,उसी तरह राम मंदिर भी बनवाया जाएगा। जो राम मंदिर नहीं चाहते वो लोग अराजक है और देश को बर्बाद कर रहे हैं। मोदी सरकार की तरफ से राम मंदिर को ग्रीन सिग्नल मिल चुका है और उन्हीं के कार्यकाल में भव्य राम मंदिर भी बनेगा। वहीं राहुल-अखिलेश गठबंधन पर भी वार करते हुए कटियार ने कहा कि राहुल बुझा हुआ दीपक है। जितनी सीटें अखिलेश सरकार ने राहुल को दी, इतनी सीटों पर सपा पार्टी खुद जीत सकती थी लेकिन अब अगर सपा 150 सीटें भी जीत लें तो बड़ी बात होगी।
इसी मुद्दे को हवा देते हुए अब गिरिराज सिंह ने भी मंदिर राग छेड़ दिया है। देखना होगा कि जनता क्या बीजेपी को मंदिर के नाम पर एक बार फिर से सियासत के सिंहासन पर बैठाएगी?