जब कोई व्यक्ति खुद ही आग में जलना चाहे तो कोई दूसरा भी क्या कर सकता है। लेकिन कई बार ऐसी ही गलती से बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ता है। ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के चंदौली से है जहां मानव रहित क्रॉसिंग पर एलपीजी सिलेंडर से भरी मैजिक की टक्कर मालगाड़ी से हो गयी। मालगाड़ी की टक्कर इतनी जोरदार थी कि मालवाहक मैजिक वाहन के परखचे उड़ गए।
वाराणसी से मुग़लसराय की ओर जा रहा मैजिक वाहन मानव रहित रेलवे क्रासिंग को पार करते समय मालगाड़ी के सामने आ गया। हालांकि मालगाड़ी के ड्राइवर ने बचाने के कई उपाय किये। लंबी सीटी बजाते हुए आपातकालीन ब्रेक भी लगाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मैजिक वाहन उस समय तक ट्रेन की चपेट में आ चुका था और घसीटता हुआ करीब 50 मीटर दूर तक चला गया। ट्रेन के ड्राइवर की समझदारी से मैजिक के ड्राइवर की जान बच गयी।
दरअसल, जिस क्रॉसिंग पर यह हादसा हुआ है। उसकी ऊँचाई सड़क से बहुत ज्यादा है। यही वजह है कि मैजिक का पहिया गड्ढे में फँस गया और मालगाड़ी काफी करीब आ चुकी थी। जिस समय यह हादसा हुआ उस वक़्त मैजिक पर एलपीजी सिलेंडर लदे हुए थे। अगर सिलेंडर से धमाका हो जाता तो किसी बड़े हादसे से इंकार नही किया जा सकता था। बता दें कि यह रास्ता करीब दो दर्जन गावों को जोड़ता है। इस रास्ते पर पड़ने वाले मानव रहित क्रासिंग पर रेल प्रशासन ने कई बार गेट लगाने की कोशिश की है, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के चलते गेट नहीं लग पाया। देखना यह होगा कि क्या रेल प्रशासन इस हादसे से कोई सबक लेता है या किसी बड़े हादसे का इंतज़ार कर रहा है।