कानपुर पुलिस अब फ्लोप होती नज़र आने लगी है, पिछली बार तरह एक बार फिर पुलिस आरोपों के घेरे में है, लेकिन इस बार आरोपों की वजह एक लैब असिस्टेंट की अपहरण के बाद हत्या का है। आपको बता दें 22 जून को लैब असिस्टेंट सुजीत यादव का अपहरण कर लिया जाता है और अब उसकी हत्या की बात सामने आई है। अब इस बात पर ध्यान दीजिए कि अपहरण के बाद तो हत्या जब ही होती है जब कोई पुरानी रंजिश हो या फिर अपहरण करता की बात न मानी हो लेकिन यहां मामला तो कुछ और ही है।
एक #लैब_असिस्टेंट की अपहरण के बाद हत्या से #कानपुर पुलिस फिर आरोपों के घेरे में है।#22जून को हुए अपहरण के बाद थानेदार से #पुलिसअधीक्षक तक गुहार लगाई गई।
पुलिस की सलाह पर #30लाख रुपये फिरौती भी दी गई पर इसके बावजूद अपहरणकर्ताओं ने लैब असिस्टेंट की हत्या कर दी।@myogiadityanath pic.twitter.com/I2ZyYSCwOM
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) July 24, 2020
क्या है मामला:-
22 जून को लैब असिस्टेंट का अपहरण हुआ था, लैब असिस्टेंट के परिजनों के जैसे ही इस बात की भनक लगी, वो लाचार और परेशान परिजन उसे छुड़ाने के लिए चौकी प्रभारी, थानेदार से लेकर पुलिस अधीक्षक तक के चक्कर लगाते रहे और पुलिस अधिकारी आश्वासन की घुट्टी उस लाचार परिवार को पिलाते रहे। बता दें अपहरण करने वालों ने लैब असिस्टेंट के घरवालों से 30 लाख की फिरौती मांगी, जिसके बाद पुलिस के कहने पर परिजनों ने जैसे-तैसे 30 लाख रुपये जुटाकर फिरौती भी दे दी, लेकिन क्या पता था कि फिरौती देने के बावजूद अपहरणकर्ता लैब असिस्टेंट की हत्या कर देंगे और वहीं हुआ, युवक के परिजन उसकी ह्त्या की खबर सुनते ही पुलिस पर भड़क उठे। संजीत की बहन चिल्ला-चिल्लाकर कहती रही कि थानेदार, चौकी प्रभारी और पुलिस अधीक्षक ही मेरे भाई की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।
कानपुर में लैब असिस्टेंट के परिजन उसकी ह्त्या की खबर सुनते ही पुलिस पर भड़क उठे। संजीत की बहन चिल्ला-चिल्लाकर कहती रही कि थानेदार, चौकी प्रभारी और पुलिस अधीक्षक ही मेरे भाई की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।#Kanpurpolice @myogiadityanath pic.twitter.com/vljzshZE5P
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परिजनों ने बर्रा पुलिस से लेकर एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता तक से गुहार लगाई लेकिन परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने संजीत को छुड़ाने के लिए फिरौती देने के लिए बोला जिसके बाद परिजनों ने घर-जेवर सब बेचकर पैसे जमा करके फिरौती भी दे दी मगर पुलिस संजीत को छुड़वाने में नाकाम रही और ना ही अपराधियों को पकड़ पाई।
संजीत की बहन रुचि ने पुलिस अधिकारियों पर धोखा करने का आरोप लगाया है और उनको जेल भेजे जाने की मांग की। वहीं, एसएसपी ने वीडियो बयान जारी कर कहा कि संजीत के अपहरण के मामले में उसके ही कुछ साथियों को पकड़ा गया था। उसकी हत्या 26-27 जून को ही की जा चुकी थी, और फिरौती मांगी के बाद मांगी गई थी। पुलिस का कहना है कि फिलहाल हम लोग संजीत की लाश की तलाशी में जुटे हुए है।
लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की अपहरण के बाद हत्या के मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और अब उनकी हत्या कर दी गई। एक नया गुंडाराज आया है। प्रियंका गांधी ने ये भी लिखा कि आम लोगों की जान लेकर अब इसकी मुनादी की जा रही है। घर हो, सड़क हो, ऑफिस हो कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता। विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपहृत संजीत यादव की हत्या।