मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार ने अपना एक और चुनावी घोषणापत्र के वादे को पूरा किया है। प्रदेश में शासन द्वारा संधारित मंदिरों के पुजारियों के मानदेय को तीन गुना बढ़ा दिया है। माना जा रहा है सरकार के इस फैसले से 25 हजार पुजारियों को फायदा होगा।
शासन द्वारा संधारित मंदिर के पुजारियों के मानदेय में तीन गुना की वृद्धि की गई है। यह आदेश 1 जनवरी 2019 से प्रभावशील है। @CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/BSAchvAdNP
— Jansampark MP (@JansamparkMP) February 1, 2019
जनसंपर्क एवं धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग के मंत्री पी सी शर्मा ने बताया कि सरकार ने पुजारियों के अलावा ग्वालियर रियासत की ओर से संधारित मस्जिदों के मौलवियों के मानदेय में भी तीन गुना की बढ़ोतरी की है। यह बढ़ोतरी 1 जनवरी 2019 से प्रभावी होगी।
सरकार के फैसले के मुताबिक ऐसे मंदिर जिनके पास कोई जमीन नहीं है उन्हें अब मानदेय के रूप में तीन हजार रुपए मिलेंगे। पहले यह राशि एक हजार रुपए थी। वहीं पांच एकड़ तक की भूमि वाले मंदिरों के पुजारियों का मानदेय 700 से बढ़ाकर 2100 और 10 एकड़ की भूमि वाले मंदिरों के पुजारियों का मानदेय 520 रुपए से बढ़ाकर 1560 रुपए कर दिया है। साथ ही, श्री रामराजा तीर्थ स्थल ओरछा में एक तीर्थ यात्री सेवा सदन स्वीकृत किया गया है। इसके लिए 95.86 लाख की राशि स्वीकृत हुई है। इसका भूमिपूजन 2 फरवरी को होगा।
सरकार ने 3600 यात्रियों को दर्शन योजना के तहत कुंभ भेजने का निर्णय किया है। इसके लिए चार विशेष ट्रेनें चलाई जाएगी। 12 फरवरी को ट्रेन हबीबगंज रेलवे स्टेशन से, 14 फरवरी को बुरहानपुर, 22 फरवरी को शिवपुरी से और 24 फरवरी को परासिया से रवाना होगी। यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए सरकार ने प्रयागराज में सूचना केंद्र भी बनवाया है।