अवैध खनन घोटाले के मामले में सीबीआई द्वारा लखनऊ में मारे गए छापे के बाद एक बार फिर आईएएस अफसर बी चंद्रकला सुर्खियों में आ गई हैं। सीबीआई ने चंद्रकला के ठिकानों पर पांच जनवरी को छापेमारी की थी। इस छापेमारी में उनके पास कई संपत्तियां मिली थीं। आरोप है कि समाजवादी पार्टी सरकार के पूरे पांच वर्ष के कार्यकाल में चंद्रकला बुलंदशहर, हमीरपुर, मथुरा, मेरठ और बिजनौर की डीएम रहीं। उन्होंने रोक के बावजूद खनन के पट्टे जारी किए।
अक्सर सुर्खियों में रहने वाली आईएएस बी. चंद्रकला खनन घोटाले को लेकर सीबीआई जांच में फंसी हैं। सोशल मीडिया में ऐक्टिव रहने वाली बी चंद्रकला ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर एक कविता पोस्ट की है।
वहीं दूसरी ओर चंद्रकला की लिंक्डइन प्रोफाइल पर कई कविताएं पोस्ट हैं। खासकर छापे के बाद उनकी यह कविता खूब सुर्खियां बटोर रही है। इसमें उन्होंने लिखा है, ‘रे रंगरेज़! तू रंग दे मुझको। रे रंगरेज़ तू रंग दे मुझको, फलक से रंग या मुझे रंग दे जमीं से, रे रंगरेज़! तू रंग दे कहीं से….।’ इस कविता के अंत में उन्होंने लिखा है, ‘चुनावी छापा तो पड़ता रहेगा, लेकिन जीवन के रंग को क्यों फीका किया जाय दोस्तों। आप सब से गुजारिश है कि मुसीबतें कैसी भी हों, जीवन की डोर को बेरंग ना छोड़ें…।’
इतना ही नहीं आईएएस बी चंद्रकला ने इस कविता पर आने वाले लोगों के कॉमेंट और सवालों का भी बराबर जवाब दिया। किसी ने उनसे कहा कि वह मीडिया में जाकर अपनी सफाई दें तो उन्होंने जवाब दिया, ‘फिलहाल मामला न्यायालय में है। बेहतर होगा कि अभी जांच एजेंसी को अपना काम करने दें। समय आने पर इस मामले से संबंधित बातें हम पब्लिक डोमेन में भी रखेंगे। धन्यवाद।’