प्रभु ईशु के जन्म का त्योहार क्रिसमस मंगलवार को देशभर में पूरे पारंपरिक रीति-रिवाज और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कश्मीर से कन्याकुमारी तक क्रिसमस के मौके पर गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गयीं। गिरजाघरों में मध्य रात्रि को मुख्य पादरी की अध्यक्षता में प्रार्थना आयोजित होने के बाद लोगों ने मिठाइयां बांटकर प्रभु ईशु के दुनिया में आने का उत्सव मनाया। इस अवसर पर राजधानी दिल्ली के गिरजाघरों में भी विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की गयी। गिरजाघरों में विशेष सजावटें की गयीं। बाल ईशु की झांकी गिरजाघरों में विशेष आकर्षण का केंद्र रहीं। इस झांकी में बाल ईशु के जन्म को चित्रित और प्रदर्शित किया गया। इस मौके पर प्रभु ईशु की विशेष शोभा यात्रायें और जुलूस निकाले गये और मानवता के लिए दिये गये उनके संदेश को याद किया गया और समाज में शांति, एकता तथा सद्भाव की कामना की।
ईसाई समुदाय के अलावा विभिन्न धर्म और समुदाय के लोगों ने भी एक-दूसरे को मिठाइयां बांटकर क्रिसमस का त्योहार मनाया। लोगों ने गिरजाघरों के अलावा अपने घरों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को क्रिसमस की बधायी दी और एक-दूसरे को केक और मिठाइयां खिलायीं। छोटे बच्चों में गिरजाघरों में सांता क्लाज को लेकर खासा उत्साह देखा गया। सांता ने बच्चों को उपहार और मिठाइयां बांटी। इस अवसर पर सार्वजनिक स्थानों पर भी बहुत से बच्चे और बड़े भी सांता की पोशाक में नजर आये और उन्होंने भी सांता के चिर-परिचित अंदाज में उपहार और मिठाइयां बांटी।
केरल में क्रिसमस पूरे उत्साह के साथ मनाया और मानवता के लिए शांति और सद्भाव की कामना की गयी। इस मौके पर केरलवासी बड़ी संख्या में कैथेड्रल और गिरजाघरों में जमा हुए। यहां वरिष्ठ पादरियों ने क्रिसमम का संदेश दिया। इस अवसर पर केरल में गिरजाघरों और घरों में विशेष सजावट देखी गयीं। गिरजाघरों और घरों में प्रभु ईशु के जन्म की झांकी के सितारों और चमचमाते क्रिसमस ट्री विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। गिरजाघरों और कला क्लबों में कैरोल समूह पारंपरिक क्रिसमस गीत की प्रस्तुतियां देते हुए देखे गये। तिरुवनंतपुरम में सेंट जोसफ कैथेड्रल में आर्च बिशप एम. सोसई पैकयम ने लोगों की अगुवाई की। राज्य की सीएसआई, जैकोबाइट और मार थोमा समुदायों के गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की गयीं। इस मौके पर राज्य के ईसाई समुदाय के प्रत्येक घर और आंगन की क्रिसमस ट्री से सजावट की गयी। ईशु के जन्म की झांकी में बाल ईशु के साथ-साथ देवदूत, मेमना भी दिखाये गये। राज्य में क्रिसमस के मौके पर ईसाई समुदाय के लोग एक-दूसरे से मिले और उन्होंने अपने परिजनों और अन्य सगे संबंधियों को दावतें दीं। राज्य के विभिन्न गिरजाघरों ने संयुक्त रूप से कई स्थानों पर क्रिसमस जुलूस निकाले।
जम्मू-कश्मीर में भी क्रिसमस का त्योहार धार्मिक हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर राजधानी श्रीनगर और कश्मीर घाटी के गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाएं की गयीं। इस मौके पर श्रीनगर के गिरजाघरों में घाटी में शांति और सौहार्द के लिए विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गयीं। घाटी में लगातार दूसरे वर्ष भी क्रिसमस के मौके पर हिमपात नहीं हुआ। गुलमर्ग के विश्व प्रसिद्ध स्काई रिसॉर्ट में क्रिसमस को लेकर विशेष प्रबंध किये गए थे। मौलाना आजाद रोड पर पवित्र कैथोलिक चर्च में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गयी। इस मौके पर चर्च के फादर जोबी ने अपने संदेश में कहा कि घाटी में शांति के लिए विशेष प्रार्थना की गयी। ईशु का जन्मदिन पूरी दुनिया में शांति बनाये रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
बिहार में क्रिसमस यानी ‘बड़ा दिन’ का त्योहार देर रात घड़ी में 12 बजे ही आरम्भ हो गया। लोग एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई भी दे रहे हैं। इस अवसर पर राजधानी पटना समेत राज्य भर के विभिन्न हिस्सों में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर श्रद्धालुओं ने प्रार्थना सभाओं में हिस्सा लिया। गिरजाघरों में मध्य रात्रि को प्रभु ईसा मसीह के जन्मदिवस पर विशेष प्रार्थना का आयोजन किया गया।
सुबह से ही गिरजाघरों में प्रार्थना के लिए ईसाईयों समेत विभिन्न समुदाय के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस अवसर के लिए गिरजाघरों को आकर्षक तरीके से सजाया गया है। इस अवसर पर कई जगहों पर पारिवारिक मिलन समारोह, पिकनिक और दावतों का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, सामाजिक सभा तथा उपहारों का आदान-प्रदान भी किया जा रहा है। शहर के सभी गिरिजाघरों में ईसाई समुदाय के लोगों ने शांति, संपन्नता और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। सुबह से प्रार्थना सभा के आयोजन के साथ मिलने-जुलने का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। राजधानी पटना के गिरजाघरों को बिजली के रंग-बिरंगे बल्बों से काफी आकर्षक तरीके से सजाया गया था। राजधानी के कोने-कोने से आये ईसाई समाज के लोग काफी संख्या में शामिल हुए।
राजधानी पटना के प्रमुख चर्चों में कैथोलिक चर्च बाकीपुर, क्राइस्ट चर्च, गांधी मैदान बैपटिस्ट चर्च खेतान मार्केट, संत जोसेफ कैथोलिक चर्च, आर्च बिशप हाउस कुर्जी पेरिस चर्च आदि स्थानों पर क्रिसमस की विशेष तैयारी की गयी थी। विभिन्न गिरजाघरों के पादरियों ने विशेष प्रार्थना सभा में प्रभु ईशु का संदेश पढ़ते हुए लोगों को शांति, क्षमा, दया और एकता के साथ भाईचारे की भावना को अपने अंदर समाहित करने का संदेश दिया।
कोविंद, वेंकैया, मोदी, राहुल ने दी क्रिसमस की बधाई
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को देशवासियों को क्रिसमस की बधाई दी। कोविंद ने ट्विटर पर अपने संदेश में लिखा, “सभी देशवासियों, विशेषकर भारत और भारत से बाहर रहने वाले सभी ईसाई भाई-बहनों को क्रिसमस की हार्दिक बधाई। यह दिन अपने परिजनों एवं मित्रों के साथ मिल-जुलकर सभी की शान्ति और खुशहाली की कामना करने का है। मेरी कामना है कि यह त्योहार देशवासियों को खुशियां प्रदान करे।”
सभी देशवासियों, विशेषकर भारत और भारत से बाहर सभी ईसाई भाई-बहनों को क्रिसमस की हार्दिक बधाई। यह दिन, अपने परिजनों एवं मित्रों के साथ मिल-जुलकर, सभी की शान्ति और खुशहाली की कामनाओं का अवसर है। यह त्योrहार हमारे देश और हमारी साझी धरती के लिए खुशियों से भरा हो — राष्ट्रपति कोविन्द
— President of India (@rashtrapatibhvn) December 25, 2018
वेंकैया ने ट्विटर पर अपने संदेश में लिखा, “ क्रिसमस के पावन अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं। स्नेहमयी करुणा और ईश्वर पर अगाध आस्था का संदेश हर मत और धर्म में निहित होता है। करुणा और आस्था का यह संदेश आज भी आहत मानवता को शांति प्रदान करता है।
मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “ आप सभी को देशवासियों की क्रिसमस की हार्दिक बधाई। हम ईसा मसीह की महान शिक्षाओं, एक दयालु और समान समाज बनाने की दिशा में उनके प्रयासों को याद करते हैं।”
Wishing everyone a Merry Christmas.
We remember the noble teachings of Jesus Christ and recall his efforts towards creating a compassionate and equal society.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 25, 2018
गांधी ने ट्विटर पर लिखा, “आप सभी को क्रिसमस की हार्दिक बधाई।”
Merry Christmas to you all! pic.twitter.com/MdIVF1VO3n
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 25, 2018
-साभार,ईएनसी टाईम्स