भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट को उद्धृत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर व्यक्तिगत रूप से भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि वह ‘चौकीदार’ से बुरी तरह से डरे हुए हैं और इसीलिए पकड़े जाने से बचने के लिए शोर मचा रहे हैं। भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गांधी व्यक्तिगत रूप से गले तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। यह खुलासा हुआ है कि किस प्रकार से भ्रष्टाचार का पैसा खुद उनके बैंक खाते में जाता रहा है। उन्होंने कहा, “अलीबाबा और चालीस चोर, मचाए चौकीदार का शोर”। उन्होंने कहा कि अलीबाबा यानी गांधी ने 40 चोरों के साथ मिल कर देश को गर्त में गिराने का काम किया है।
राहुल गाँधी कंठ तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं : डॉ. @sambitswaraj – लाइव देखें https://t.co/bdtkkM4WEY पर pic.twitter.com/JVcARASnl4
— BJP (@BJP4India) December 10, 2018
डॉ. पात्रा ने कहा कि दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में श्री गांधी और उनकी बहन श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम एक छह एकड़ के क्षेत्रफल वाला फॉर्म हाउस है। इस फॉर्महाउस को गांधी एवं उनकी बहन ने एक घोटालेबाज को किराये पर दिया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) के 5600 करोड़ रुपए के घोटाले के जनक जिग्नेश शाह को गांधी ने करीब सात लाख रुपए के किराये पर दिया था और उससे 40 लाख 20 हजार रुपए की आरक्षित राशि दो किश्तों में ली थी।
प्रवक्ता ने कहा कि इसके एवज में श्रीमती सोनिया गांधी के इशारे पर चलने वाली तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने कंपनी एनएसईएल को एफसीआरए के नियम 27 के प्रावधान से मुक्त करके नियमन से छूट प्रदान की थी तथा बाद में सार्वजनिक रूप से उसके घोटालों की बात सामने आने पर फॉरवर्ड मार्केट कमशीन का पत्र मिलने के बाद सरकार ने अप्रैल 2012 में कंपनी को एक नोटिस देकर खानापूरी कर ली थी। तत्पश्चात दस माह तक चुप्पी साधने के बाद फरवरी 2013 को गांधी, उनकी बहन और जिग्नेश शाह ने एक टेबल पर बैठ कर फॉर्म हाउस को किराये पर देने संबंधी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये थे।
डॉ. पात्रा ने कहा कि कांग्रेस की आदत हैं कि जब आरोप लगाये जाते हैं तो कहती है कि जांच करा लो और जब प्रवर्तन निदेशालय सहित जांच एजेंसियां अपना काम शुरू करतीं हैं तो कहते हैं कि बदले की भावना से निशाना बना कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार को लेकर दोहरे मानदंड अपनाये हैं। आयकर एवं प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई शुरू होने पर साबित करने पर तुल गयी है कि भ्रष्टाचार उसका जन्म सिद्ध अधिकार है, इसीलिए उसने जांच एजेंसियों का धमकाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं जो 125 करोड़ लोगों के सपनों की खातिर लड़ रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस अपने परिवार की महत्वाकांक्षा के लिए लड़ रही है। विपक्ष के महागठबंधन के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह ‘कन्फ्यूजन’ और ‘करप्शन’ यानी भ्रम एवं भ्रष्टाचार का समागम हो रहा है, जबकि भाजपा विकास एवं ईमानदारी की राजनीति को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
-साभार, ईएनसी टाईम्स