भारतीय टीम के क्रिकेटर गौतम गंभीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। रिटायरमेंट की घोषणा करते हुए गंभीर ने ट्विटर और फेसबुक पर एक भावुक वीडियो भी शेयर किया है।
The most difficult decisions are often taken with the heaviest of hearts.
And with one heavy heart, I’ve decided to make an announcement that I’ve dreaded all my life.
➡️https://t.co/J8QrSHHRCT@BCCI #Unbeaten
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) December 4, 2018
गंभीर ने इंटरनेशनल क्रिकेट के साथ-साथ घरेलू क्रिकेट और आईपीएल को भी अलविदा कह दिया है। आपको बता दें कि गंभीर ने अपना आखिरी टेस्ट मैच नवंबर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।
वहीं उन्होंने सीमित ओवर क्रिकेट में आखिरी बार जनवरी 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और दिसंबर 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था।
गौतम गंभीर ने फेसबुक परए वीडियो शेयर करते हुए कहा कि ये जीवन का सबसे मुश्किल फैसला था। उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत दिनों से लग रहा था कि इसका समय आ गया है। उन्होंने अपने करियर में मदद करने वालों को धन्यवाद दिया है।
गंभीर ने कहा, अपने देश के लिए 15 साल से भी अधिक समय तक क्रिकेट खेलने के बाद मैं इस खूबसूरत खेल से अलविदा कहना चाहता हूं।
गम्भीर ने आगे लिखा, आंध्र प्रदेश के साथ होने वाला रणजी ट्रॉफी मुकाबला मेरे करियर का अंतिम मैच होगा। मेरे करियर का अंत वहीं होने जा रहा है, जहां (कोटला स्टेडियम) से मैंने शुरुआत की थी। एक बल्लेबाज के तौर पर मैंने टाइमिंग का सम्मान किया है।
मेरे लिए यह संन्यास लेने का सही समय है और मुझे लगता है कि यह मेरे शॉट्स की तरह ही स्वीट है। गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 41.96 की औसत से 4154 रन बनाये जिसमें नौ शतकीय पारी शामिल है।
उन्होंने 147 एकदिवसीय मैचों में 39.68 की औसत और 11 शतकीय पारियों की मदद से 5238 रन बनाये। गंभीर से टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी अपनी छाप छोड़ी।
उन्होंने 37 मैच में सात अर्धशतक की मदद से 932 रन बनाये जिसमें उनका औसत 27.41 का था। आईपीएल में भी उन्होंने सफलता का स्वाद चखा और कोलकाता नाइट राइडर्स को 2012 और 2014 में कप्तान के तौर पर चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाई।
बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर इंडियन प्रीमियर लीग में 2017 तक कोलकता नाइट राइडर्स के कप्तान थे लेकिन 2018 में उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स ने खरीदा जिसके वह कप्तान भी रहे।
लेकिन फॉर्म खराब होने के बाद उन्होंने टीम की कप्तानी छोड़ दी और घरेलू प्रतियोगिता में वह दिल्ली से खेलने लगे। हालांकि अब उन्होंने घरेलू क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया है।