पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने यूपीए सरकार के दौरान 35 हजार करोड़ रूपए काला धन विदेशों से वापस लाने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि मोदी के साढ़े चार वर्षों में 62 हजार करोड रूपए नीरव मोदी,मेहुल चौकसी एवं माल्या जैसे लोग लेकर विदेशों में भाग गए। छत्तीसगढ़ के चुनावी दौरे पर आए श्री मोइली ने आज यहां प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि यूपीए सरकार के समय काला धन पर एसआईटी गठित हुई,तीन रिपोर्ट आई लेकिन मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से इस दिशा में कुछ नही हुआ।इसके उलट नीरव मोदी,मेहुल चौकसी एवं विजय माल्या,ललित मोदी जैसे लोग 62 हजार करोड देश की बैकों का पैसा लेकर विदेशों में भाग गए।
उन्होने कहा कि मोदी देश के मैनेजमेंट को संभालने की बजाय केवल हेडलाईन मैनेजमेंट में जुटे है।उन्होने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की नीतियां एवं योजनाएं लकवा ग्रस्त है।इस सरकार की विफल नीतियों एवं गलत निर्णयों से उनकी समस्त योजनाएं गलत दिशा की ओर जा रही हैं एवं इसका जनता का कोई लाभ नहीं मिल रहा है।नोटबदी से हजारों बेरोजगार हुए छोटे व्यापार पूर्ण रूप से बंद हो गए।गरीबों को सिर्फ और सिर्फ परेशान किया गया।
उन्होने ऊर्जा क्षेत्र में भी मोदी सरकार के विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि 25 प्रतिशत पावर प्लान्ट में उत्पादन नही हो रहा है।गैस आधारित 10 प्रतिशत पावर प्लांट भी नही चल रहे है।यूपीए शासन में बिछाई गई 35 हजार किलोमीटर गैस पाईप लाईन में इस सरकार के कार्यकाल में एक किलोमीटर भी इजाफा नही हुआ।
मोइली ने कहा कि मोदी सरकार पेट्रोल.डीजल की अनियंत्रित कीमतो अंकुश लगाने में भी विफल रही हैं।उन्होने कहा कि यूपीए शासनकाल में इनकी कीमतों पर नियंत्रण करने के लिए तीन बड़े तेल भंडार बनाए गए थे,लेकिन इसका कितना उपयोग हो रहा है,पता नही है।अगर इनका उपयोग होता तो विश्व बाजार में तेल की कीमतों के बढ़ने पर उसका बोझ घरेलू उपभोक्ताओं पर नही पड़ता।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मोदी ने सरदार पटेल की मूर्ति का निर्माण उन्हे आदर देने के लिए नही बल्कि अपने को चमकाने के लिए किया है।गुजरात में हुए ओएनजीसी घोटाले का भी उन्होने जिक्र किया।उन्होने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के चुनावों के बाद कर्नाटक की स्थिति निर्मित होने की उम्मीद जताने पर कहा कि किसी को भी सपने देखने का अधिकार है।छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पूर्व बहुमत की सरकार बनायेंगी। कर्नाटक में किसानों के कर्जमाफी का वादा नही पूरा करने के भाजपा नेताओं के आरोपो के बारे में पूछे जाने पर उन्होने इसे कोरी बकवास बताते हुए कहा कि पहले चरण में कर्नाटक में गठबंधन सरकार ने एक लाख रूपए तक का किसानों का ऋण माफ कर दिया है।पिछले 23 अक्टूबर से कुमार स्वामी सरकार ने बच्चों के शिक्षा ऋण माफ करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
-साभार, ईएनसी टाईम्स