आकाश मलिक ने यूथ ओलिंपिक गेम्स की तीरंदाजी स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया है। ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय बन गए हैं। ओलिंपिक खेलों में भारत ने पहली तीरदांजी में रजत पदक जीता है। किसान के बेटे आकाश फाइनल में अमेरिका के ट्रेनटॉन कोल्स से 6-0 से हार गए। भारत के अब इस टूर्नामेंट में तीन स्वर्ण, नौ रजत और एक कांस्य पदक हो गए हैं।
इससे पहले सीनियर या जूनियर किसी भी ओलिंपिक में भारत ने तीरंदाजी में रजत पदक नहीं जीता था। बता दें कि ओलिंपिक में तीरंदाजी में भारत का यह दूसरा पदक है। 2014 नानजिंग यूथ ओलिंपिक में अतुल वर्मा ने तीरंदाजी में कांस्य पदक जीता था।
क्वॉलिफिकेशन के बाद पांचवीं वरीयता प्राप्त आकाश फाइनल में लय कायम नहीं रख सके। कोलेस ने सिर्फ 10 और 9 में स्कोर कर आसानी से जीत दर्ज की। तीन सेटों के मुकाबले में दोनों ने चार बार परफेक्ट 10 का स्कोर किया लेकिन आकाश ने पहले और तीसरे सेट में दो बार सिर्फ छह स्कोर किया।
आकाश ने कहा, ‘मैंने तेज हवाओं में अभ्यास किया था लेकिन यहां हवा काफी तेज थी। कोलेस दमदार प्रतिद्वंद्वी थे और मेरे पास कोई मौका नहीं था।
आकाश के पिता नरेंदर मलिक गेहूं और कपास की खेती करते हैं लेकिन वह कभी नहीं चाहते थे कि उनका बेटा किसान बने। आकाश ने पिछले साल युवा ओलिंपिक क्वॉलिफाइंग टूर्नमेंट में गोल्ड जीता था। उन्होंने एशिया कप के पहले चरण में गोल्ड, दूसरे में दो ब्रॉन्ज और दक्षिण एशियाई चैंपियनशिप में एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता था।