उत्तर प्रदेश का इलाहाबाद जिला चार हत्याओं से दहल गया। एक ही परिवार के चार लोगों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। बदमाशों ने घटना को इस तरह अंजाम दिया कि आस पड़ोस के लोगों को भनक तक नहीं लग पाई। परिवार में एक छोटी बच्ची ही जिंदा बची है। सुबह के वक्त जब लोगों ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी। तब इस सनसनीखेज हत्याकांड का पता चल सका। इलाहाबाद शहर से लगभग पैंतीस किलोमीटर दूर सोरांव क्षेत्र के बिगहियां गांव में सुबह लोगों की नींद खुली तो उनका सामना सनसनीखेज हत्याकांड से हुआ।
इलाहाबाद शहर में सड़क किनारे बने मकान में रहने वाले चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। इस मकान में पैंतीस साल के प्रताप अपनी पत्नी किरण छह साल के बेटे विराट दो माह की बेटी और सास कमलेश देवी के साथ रहते थे। कमलेश देवी पीडब्लूडी में नौकरी करती थीं। एक निजी कंपनी में काम करने वाले प्रताप अपनी ससुराल में रहते थे। रात को खाना खाने के बाद सभी लोग सोने चले गए। प्रताप अपने बेटे के साथ बरामदे में चारपाई पर लेटे थे। जबकि परिवार के बाकी सदस्य कमरे में सो रहे थे। आशंका जताई जा रही है कि लूट के इरादे से घुसे बदमाशों ने धारदार हथियार से चारों का कत्ल कर दिया।
घर में कुछ सामान भी बिखरा पड़ा मिला। जिससे लूट की आशंका जताई जा रही है। घर में सिर्फ दो माह की बच्ची ही जिंदा बची थी। सुबह के वक्त उसके रोने की आवाज पर ही आस पास के लोगों को इस घटना की जानकारी मिली और देखते ही देखते लोगों की भीड़ लग गई। हत्याकांड की खबर गांव में जंगल में आग की तरह फैली। सूचना मिलते ही पुलिस के आला आधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। एडीजी और एसएसपी भी फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड के साथ पहुंच गए। प्रारंभिक जांच में धारदार हथियार से हत्या की बात सामने आई है। लेकिन हत्या के कारणों के बारे में ठीक-ठीक कुछ पता नहीं चल सका है। पुलिस को लूट के लिए हत्या का शक तो है। लेकिन वो सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है। ये ठीक है कि पुलिस भी लूट के इरादे से हत्या की आशंका जता रही है। लेकिन जिस जघन्य तरीके से चारों लोगों को मारा गया है। उससे यकीन नहीं हो रहा है कि सिर्फ लूट के इराद से इनकी हत्या की गई होगी। छह साल के मासूम बच्चे को भी बड़े ही बेरहमी से मारा गया है। इस आशंका को इसलिए भी बल मिल रहा है कि प्रताप अपनी ससुराल में रहते थे। उनकी सास सरकारी नौकरी में थीं। इसलिए पारिवारिक रंजिश या संपत्ति विवाद में हत्या की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। पुलिस जल्द मामले का खुलासा करने का दावा कर रही है। लेकिन हाल के दिनों में हुई आपराधिक वारदातों के अंजाम को देखते हुए पुलिस के दावों पर यकीन होता नहीं है।
—ब्यूरो रिपोर्ट,एपीएन