समाजवादी पार्टी में आंतरिक कलह अभी खत्म नहीं हुआ है। एक तरफ जहां परिवार की कलह लोगों के सामने आ रही है तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी के अंदर भी कुछ ठीक नहीं चल रहा है। समाजवादी पार्टी की तेज तर्रार नेता पंखुड़ी पाठक ने सपा से इस्तीफा दे दिया है। इस बारे में खुद पंखुड़ी ने ट्विटर के माध्यम से जानकारी दी। पंखुड़ी ने अपने ट्वीट में कहा है कि अब उनका पार्टी के भीतर दम घुटता है। उन्होंने सपा पर अपने समाजवादी सिद्धांतों को छोड़ देने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब वहां रहने से दम घुटता है। उन्होंने कहा कि वो अपने स्वाभिमान के साथ समझौता नहीं कर सकती इसलिए पार्टी से त्यागपत्र दे रही हैं। बता दें कि अभी हाल ही में मुलायम सिंह यादव ने भी अपना दुख जाहिर करते हुए कहा था कि अब उनका सम्मान कोई नहीं करता है जिसके वजह से पार्टी घिरी हुई नजर आई थी।
मेरे साथ की जा रही अभद्रता सपा की महिला विरोधी चरित्र का ही उदाहरण है ।यह अभद्रता सपा में आम है । मैं सपा की पहली महिला प्रवक्ता थी फिर भी यहाँ के अराजक तत्व लगातार मुझ पर प्रहार करते रहे ।जब यह लोग मेरे साथ ऐसा व्यवहार कर सकते हैं तो सोचिए आम महिलाओं के प्रति इनकी सोच क्या होगी pic.twitter.com/yF4etuxCHg
— Pankhuri Pathak (@pankhuripathak) August 28, 2018
पंखुड़ी ने कहा कि ना तो अब पार्टी में वह विचारधारा बची है और ना ही वह नेतृत्व जिससे प्रभावित होकर वह इस पार्टी से जुड़ी थीं। उन्होंने कहा कि मैंने 8 साल पहले विचारधारा और नेतृत्व से प्रभावित होकर सपा से जुड़ी थी, लेकिन वह अब इस पार्टी में मेरा दम घुटता है। नोएडा की रहने वाली पंखुरी पाठक ने ट्वीट करके कहा कि कभी जाति और कभी धर्म तो कभी लिंग को लेकर जिस तरह की अभद्र टिप्पणियां की जाती हैं, यह असहनीय है, पर पार्टी नेतृत्व सबकुछ जानकर भी शांत रहता है। यह दिखता है कि नेतृत्व ने भी इस स्तर की राजनीति को स्वीकार कर लिया है। ऐसे माहौल में अपने स्वाभिमान के साथ समझौता करके पार्टी में बने रहना मुमकिन नहीं रह गया है।
कभी जाति कभी धर्म तो कभी लिंग को ले कर जिस तरह की अभद्र टिप्पणियाँ लगातार की जाती हैं और पार्टी नेतृत्व सब कुछ जान कर भी शांत रहता है यह दिखता है कि नेतृत्व ने भी इस स्तर की राजनीति को स्वीकार कर लिया है। ऐसे माहौल में अपने स्वाभिमान के साथ समझौता कर के बने रहना अब मुमकिन नहीं है
— Pankhuri Pathak (@pankhuripathak) August 27, 2018
बता दें कि लोगों में यह भी चर्चा है कि पार्टी की तरफ से सोमवार को टीवी चैनलों पर डिबेट के लिए पैनलिस्टों की जारी सूची में नाम नहीं होने से नाराज होकर पंखुड़ी ने यह कदम उठाया है।