समाजवादी पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुखिया मुलायम सिंह यादव का दर्द एक बार फिर छलक उठा। अपनी ही पार्टी में हो रही उपेक्षा को लेकर भावुक हए मुलायम सिंह ने कहा कि आज मेरा कोई सम्मान नहीं करता, शायद मरने के बाद लोग मेरा सम्मान करें। डॉ. राम मनोहर लोहिया का जिक्र करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि लोहिया जी कहा करते थे कि जिंदा रहते कोई सम्मान नहीं करता, लोग मरने के बाद ही सम्मान देते हैं। लोहिया जी के साथ भी ऐसा ही हुआ।
आपको बता दें कि सपा के संस्थापकों में शामिल रहे भगवती सिंह के जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुयायम सिंह यादव ने ये बातें कही।
मुलायम सिंह का दर्द एक बार फिर छलकने के बाद बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा कि “जब बोया पेड़ बबूल का, तो आम कहां से होय” बीजेपी की ओर से कहा गया कि जिन्होंने कारसेवकों पर गोलियां चलवाईं हों और हमेशा मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति की हो, उसका सभी सम्मान कैसे कर सकते हैं। अखिलेश पर निशाना साधते हुए बीजेपी की ओर से कहा गया कि जिस पिता ने सत्ता थाली में परोसकर अपने बेटे को सौंप दी, उसे कम से कम पिता का सम्मान तो करना ही चाहिए। ये दुर्भाग्य है कि बेटे ने सत्ता हाथ में आते ही पिता को दरकिनार करते हुए अपने ही पिता को पार्टी में हाशिए पर ढकेल दिया। आज बेटे की तरफ से खुद को अपमानित किए जाने का दर्द मुलायम सिंह ने आखिरकार फिर जाहिर कर दिया, ये दुर्भाग्य है।
समाजवादी पार्टी में अपना अधिकार जमाने के लिए जो संघर्ष हुआ था, वो किसी से छिपा नहीं है। कई दिनों तक चली महाभारत के बाद आखिरकार अखिलेश पार्टी के सर्वेसर्वा बन गए औऱ पिता को पार्टी का संरक्षक बनाने के बाद उन्हें हाशिए पर डाल दिया गया जिसका दर्द अब अकस्र सामने आ ही जाता है।