उन्नाव में सीएम योगी के एंटी रोमियो स्क्वायड के दावों की पोल खोलने वाला एक बेहद ही शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां शोहदों में खाकी का कोई डर नजर नहीं आ रहा है। उन्नाव के बांगरमऊ में गंगा स्नान के लिए गई छात्रा से शोहदों ने छेड़छाड़ की। घर आकर जब किशोरी ने पूरी बात परिजनों को बताई तो उलटे परिजनों ने उसे ही डाटा और चुप रहने की सलाह दी। बदनामी के डर से शोहदों की इस हरकत की शिकायत भी पुलिस में नही की, जिससे परेशान होकर छात्रा ने फांसी लगाकर खुदखुशी कर ली। घटना के बाद मृतका के पिता ने दोनों शोहदों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी जिसपर पुलिस ने एक को पकड़कर जेल भेज दिया है।
वो छेड़ते रहे, वो सहती रही
दरअसल बदनामी के डर से जो पिता शिकायत करने कोतवाली पुलिस के पास ना जा सका। उसने बिटिया की मौत की तहरीर थाने में दी। परिवार में भी मातम छाया है। पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ पाक्सो एक्ट और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। मामला संवेदनशील देखते सक्रिय हुई कोतवाली पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा अभी भी फरार है।
बताया जा रहा है कि पीड़ित ने घर आकर अपनी आपबीती मां को बताई। इस पर घर वालों ने उसे ही डांट पिला दी। जिससे क्षुब्ध होकर सोनम ने फांसी पर लटक कर अपनी जान दे दी। घटना की जानकारी परिवारजनों को होने पर अफरा तफरी मच गई। इधर जहां एक तरफ घटना के बाद परिवारीजनों में मातम छाया है। उन्हें अपने ऊपर भी क्रोध आ रहा है। उनका मानना था कि पहले ही थाने पहुंचकर मामला दर्ज करा दिया होता तो आज बिटिया उनके साथ होती है। परिवारजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
वाकई अगर सही समय पर परिवार के लोग आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर देते तो आज उनकी बेटी उनके साथ होती। लेकिन इन सबके बीच बड़ा सवाल ये है कि क्या यूपी में मनचलों को कानून का डर नहीं है ? क्या वाकई दबंगों का खौफ इतना है कि बेटी ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली।
एपीएन ब्यूरो