पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सबको रुला कर इस दुनिया से अलविदा कह दिया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पंचतंत्र में विलीन हो गये। उनके अंतिम यात्रा में परिवार सहित पूरा देश उनके साथ था। देश के नामी गिरामी नेता और उनके दोस्त अंतिम सफर में उनके साथ थे। वहीं अब योगी सरकार ने फैसला लिया है कि बटेश्वर से लेकर लखनऊ तक अटल की याद में चार स्मारक बनवाए जायेंगे। सरकार एक स्मारक का निर्माण आगरा स्थित अटल के पैतृक गांव बटेश्वर में कराएगी, वहीं दूसरा बलरामपुर में कराया जाएगा। अटल बिहारी वाजपेयी ने 1957 में बलरामपुर से पहला लोकसभा चुनाव जीता था। तीसरा स्मारक कानपुर में बनाने की योजना है क्योंकि यहां स्थित डीएवी कॉलेज से अटल बिहारी वाजपेयी ने उच्च शिक्षा ग्रहण की थी। चौथा स्मारक लखनऊ में बनाने की योजना है। दरअसल, लखनऊ सीट से वो पांच बार लोकसभा सदस्य रहे। खबर है कि जल्द ही इसके लिए आधिकारिक ऐलान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एलान किया है कि हर जिले में अटल अस्थि कलश यात्रा निकाली जायेगी। बीजेपी ने प्लान किया है कि अटल अस्थि कलश यात्रा हर जिले में निकाली जाए। जिससे हर कार्यकर्ता या उनका प्रशंसक इस यात्रा में शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि दे सके। तय किया गया है कि अस्थि कलश यात्रा में हर जिले में एक मंत्री होगा और एक सभा भी होगी। जिसमे सभी अपने विचार अटल जी के लिए रख पाएंगे।
यही नहीं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को कई जिलों में बहनेवाली नदियों में प्रवाहित करने के मद्देनजर भी अहम निर्णय लिया गया है। खबर है कि वाजपेयी की अस्थियां 29 नदियों में प्रवाहित की जाएंगी, जिसमें वाराणसी, इलाहाबाद और कानपुर में बहनेवाली गंगा, आगरा में यमुना और चंबल, गोरखपुर में घाघरा और राप्ती, लखनऊ और बाराबंकी में गोमती, बागपत में हिंडन और काली नदी शामिल है।
ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन