राफेल डील के मुद्दे पर कांग्रेस हमेशा से बीजेपी को घेरती नजर आई है। पिछले हफ्ते भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान मोदी सरकार को राफेल मुद्दे पर घेरा था। अब ऱाफेल डील को लेकर एक नई खबर आई है। खबरों के अनुसार रक्षा मंत्रालय और भारतीय वायुसेना ने एक दस्तावेज तैयार किया है। जिसमें बताया गया है कि यूपीए सरकार की तुलना में मोदी सरकार में राफेल डील 59 करोड़ रुपये सस्ती है। यानी हर राफेल विमान पर मोदी सरकार ने मनमोहन सरकार की तुलना में 59 करोड़ रुपये बचाए।
जानकारी के मुताबिक, मोदी सरकार ने इस विशेष लड़ाकू विमान की डील में देश का पैसा बचाया है और कांग्रेस सरकार की तुलना में हर विमान का सौदा 59 करोड़ रुपये सस्ता किया गया है। इन दस्तावेजों के मुताबिक, यूपीए सरकार के दौरान 36 राफेल विमान का सौदा 1.69 लाख करोड़ में किया गया था, जबकि मोदी सरकार ने यही सौदा 59000 हजार करोड़ रुपये में किया। इस हिसाब से मोदी सरकार ने एक विमान का सौदा 1646 करोड़ रुपये में किया, जबकि मनमोहन सिंह के कार्यकाल में एक विमान की डील 1705 करोड़ रुपये में की गई।
बता दें कि सरकार की ओर से यह दस्तावेज ऐसे समय में सामने आया है। जब कांग्रेस पीएम मोदी और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ राफेल डील पर लोकसभा को गुमराह के आरोप में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने का नोटिस दे चुकी है।
गौरतलब है कि कांग्रेस राफेल डील को लेकर लंबे समय से मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठा रही है। सड़क से लेकर संसद तक और प्रेस कॉन्फ्रेंस से लेकर सोशल मीडिया तक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनके नेता मोदी सरकार पर राफेल डील में घोटाले का आरोप लगाते रहे हैं। कांग्रेस का दावा है कि यूपीए सरकार ने जिस विमान की डील की थी, उसी विमान को मोदी सरकार तीन गुना कीमत में खरीद रही है।