Heart: दिल्ली-एनसीआर में लगातार खराब हो रही हवा दिल के लिए खतरा बन रही है।दरअसल प्रदूषित हवा में लंबे समय तक सांस लेने से दिल का दौरा और ब्रेन स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है।हाल ही में एम्स के डॉक्टर्स ने प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर कई पुराने अध्ययनों के हवाले से ये बात कही है।एम्स के डॉक्टर्स के अनुसार प्रदूषण के कारण हार्ट फेलियर, दिल का दौरा पड़ने की आशंका अधिक बढ़ जाती है।ऐसे में बुजुर्ग, धूम्रपान करने वाले, मधुमेह और दिल के रोगियों को इस दौरान बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत है।
Heart: प्रदूषण बढ़ने से बढ़ रही ह्रदय रोगियों की संख्या
पिछले कई दिनों से दिल्ली-एनसीआर में तेजी से बढ़ रहे प्रदूषण के कारण अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों में ह्रदय रोगियों की संख्या अधिक है।अक्सर ऐसा देखने में आता है कि प्रदूषण बढ़ने पर दिल का दौरा या हार्ट फेलियर वाले मरीजों की तादाद बढ़ने लगती है। डॉक्टर्स के अनुसार सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा 30 फीसदी तक बढ़ जाता है।शरीर से पसीना न निकलने की वजह से भी ब्लड प्रेशर बढ़ता है।इसके अलावा प्रदूषण भी इसके खतरे को और अधिक बढ़ा देता है।दिमाग तक ऑक्सीजन की आपूर्ति पर्याप्त नहीं होने से कोशिकाएं मरने लगतीं हैं।कई मामलों में मरीज को ही ये पता नहीं चलता कि वह ब्रेन स्ट्रोक का शिकार हुआ है।
Heart: पीएम 2.5 के कण पहुंचाते हैं नुकसान
प्रदूषण की वजह से पीएम 2.5 के कण सांस के जरिए फेफड़े और रक्त में पहुंचकर दिल की शुद्ध रक्त ले जाने वाली रक्तवाहिनियों तक पहुंच जाते हैं।इससे धमनियां ब्लॉक हो जाती हैं।ये कण दिल की धमनियों में सूजन भी पैदा करते हैं।
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