Road Safety : सड़क हादसों से बचाने के लिए अब स्कूली छात्र भी लोगों को जागरूक करते दिखेंगे। दरअसल हादसों में कमी लाने और जिम्मेदारी बढ़ाने के लिए स्कूली छात्रों को सड़क सुरक्षा के गुर सिखाए जाएंगे।इसके लिए शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों में रोड सेफ्टी क्लब खोले जाने के निर्देश दिए हैं। इस क्लब में 21 सदस्य होंगे, जो स्कूल क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के साथ ही विशेषज्ञों की मदद से लोगों को जागरूक करेंगे।दिल्ली के सभी निजी से लेकर सरकारी स्कूलों के लिए यह कार्ययोजना तैयार की गई है।इसका मकसद अधिक से अधिक बच्चों को जागरूक किया जाएगा, ताकि वे समाज में लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करें।
निदेशालय की ओर से कहा गया है कि स्कूल में सुरक्षित आवागमन को बढ़ावा देने, स्कूल को सुरक्षित और हरित बनाने के लिए सड़क सुरक्षा को लेकर योजना बनाने और गतिविधियों को आयोजित करने सहित कई दूसरे कार्यों को शामिल किया गया है।

Road Safety: साइकिल से स्कूल आने वाले बच्चों को दिए जाएंगे टिप्स
Road Safety: क्लब की ओर से कई प्रकार की गतिविधियां आयोजित करवाई जाएंगी। इसके तहत स्कूल यात्रा का संग्रह, स्कूल में आवागमन योजना, बुलेटिन बोर्ड पर स्कूल, सुरक्षा के मानदंड बताना, वाहनों का साझा इस्तेमाल एवं दूसरी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसके साथ ही साइकिल से स्कूल आने वाले छात्रों, कार पूल करने वालों और यातायात पार्क में दौरा करने सहित कई दूसरी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
Road Safety: ये लोग रोड सेफ्टी क्लब में होंगे नामित

क्लब में स्कूल प्रमुख, नोडल अधिकारी, पीजीटी, टीजीटी, छात्र, यातायात प्रभारी, स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य होंगे। स्कूल प्रमुख द्वारा रोड सेफ्टी क्लब के सदस्य नामित किए जाएंगे। क्लब में कम से कम एक विशेष आवश्यकता वाले बच्चे और स्कूल प्रबंधन समिति की महिला सदस्य का होना अनिवार्य है। क्लब के सदस्य सुरक्षा योद्धा कहलाएंगे। एक माह में दो बार इसकी बैठक भी आयोजित की जाएगी। इसके लिए बाकयदा एम सम्मेलन कक्ष भी आवंटित किया जाएगा।
इसके साथ ही सभी जिलों के उप शिक्षा निदेशकों को अपने जिले में नोडल अधिकारी भी नामित करने के निर्देश दिए गए हैं। हर माह क्लब की ओर से आयोजित गतिविधियों की फोटो और रिपोर्ट भी देनी होगी।
संबंधित खबरें
- CSIR NET 2022 Result जारी, जानिए कैसे करें चेक ?
- E-Pathshala के जरिये दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की दिक्कतें होंगी दूर