इस वीडियो के वायरल होने के बाद इंसानी खाल में छिपे समाज के भेड़ियों का एक बार फिर सामने आ गया है। हम इस वीडियो में लोगों की प्रताड़ना और वहशीपन का शिकार बनी युवतियों को चेहरा भले नहीं दिखाएं, लेकिन खबर के जरिये इन युवतियों के साथ की गई ज्यादतियों के हर बिंदु सामने रख रहे हैं। इनके साथ भीड़ ने जो किया वह तस्वीरों से जगजाहिर है। इनका दोष बस इतना था कि, ये एक पुरुष के साथ थीं। बस फिर क्या था छेड़खानी का मौका तलाश रहे कई लोगों ने तत्काल अपनी तालिबानी अदालत बैठाते हुए महिलाओं को दोषी ठहरा दिया।
लाल सैंडों गंजी और ब्लू गमछा पहना शख्स भीड़ में नेता बना और इसे अच्छे-बुरे में फर्क से जोड़ते हुए दोनों महिलाओं को जबरन कपड़े पकड़कर खींचे। बांहें मरोड़ने के साथ ही चप्पलों की माला पहनाई। पीछे-पीछे वो युवक भी भीड़ की ज्यादतियों का शिकार बना। दोनों महिलाएं हाथ जोड़ती रहीं लेकिन भीड़ उनकी बेबसी पर हंसती रही। जैसे कोई जंग जीत लिया हो।
इन तस्वीरों को देखकर हमारी आंखों के सामने महाभारत में द्रौपदी के चीरहरण की घटना एक झटके के साथ नाच गई। फर्क बस इतना है कि वो महाभारत काल था। लेकिन, महराजगंज जिले के कोल्हुई थाना क्षेत्र के ग्रामसभा महुआरी के टोला गुलरिहा में कलियुग का महाभारत हुआ। ये वीडियो जब महराजगंज जिले के कोल्हुई थाना पुलिस की आंखों के सामने आया तो कानून के चौकीदार जाग उठे। आनन-फानन में तीन आरोपियों को हथकड़ियां लगा दीं। अपर पुलिस अधीक्षक महराजगंज आशुतोष शुक्ल ने बताया कि, कुल 9 आरोपी में तीन पकड़े गए हैं।
अब बचाव के लिए आरोपी दोनों महिलाओं को चरित्रहीन बताने से बाज नहीं आ रहे हैं। लेकिन सवाल तो ये कि, अगर गांव में कुछ गलत हो रहा था तो पंचायत और पुलिस की मदद क्यों नहीं ली गई।