Dahmer: सिनेमा जगत में कई बार रियल लाइफ स्टोरी के आधार पर फिल्में बनती है। ऐसी ही एक सीरीज नेटफ्लिक्स पर खूब चर्चा में है। इस सीरीज का नाम द जेफ्री डामर स्टोरी। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज जेफ्री की कहानी रियल किलर जेफ्री डामर पर आधारित है। जेफ्री लड़कों को मार कर उनके शरीर के अंगों को खाया करता था। जेफ्री डामर ने इतनी क्रूरता से लोगों का खून किया था कि उसे मॉन्स्टर कहा जाने लगा था। आइए बताते हैं आपको जेफ्री लिऑनेल डामर कौन हैं और उसने क्यों किए इतने कत्ल?
Dahmer: कौन था जेफ्री डामर?
जेफ्री डामर का जन्म 21 मई 1960 को अमेरिका के विस्कॉन्सिन में हुआ था। बचपन से ही उसके पेरेंट्स ने उसपर खास ध्यान नहीं दिया। मां-बाप का प्यार और कम ध्यान मिलने की वजह से वह खुद को अकेला महसूस करता था। चार साल की उम्र में जेफ्री ने मरे हुए जानवरों और उनकी हड्डियों में दिलचस्पी दिखानी शुरू कर दी थी। पिता एक रिसर्च केमिस्ट थे। उन्हीं से जेफ्री डामर ने जानवरों की हड्डियों को ब्लीच से साफ करना और संभाल कर रखना सिखाया था।
Dahmer: डामर ने क्यों किया था पहला मर्डर?
शुरुआत में डामर जानवरों को मारा और उनके शरीर के अंगों के टुकड़े हर उन्हें दफनाया या सजाया करता था। 1978 में उसने पहली बार एक शख्स का खून किया था। डामर को स्टीवन हिक्स नाम का एक लड़का पसंद आया था, जो उसे एक रॉक कॉन्सर्ट के पास मिला था। उसने लड़के को अपने घर बियर पीने के लिए बुलाया और वो मान गया।
थोड़ी बीयर पीने के बाद स्टीवन ने कहा कि वो घर जाना चाहता है लेकिन डामर ऐसा नहीं चाहता था, तो उनसे 4.5 किलो के डम्बल से उसके सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी। लड़के की मौत के बाद डामर ने उसके कपड़े उतारे और उसके मृत शरीर पर खड़े होकर मास्टरबेट किया था। इसके बाद उसने स्टीवन के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर उन्हें कचरे के थैलों में भरकर रख लिया था।
Dahmer: जिंदा लड़के की खोपड़ी में भरा एसिड
डामर लोगों को मारने के ऐसे-ऐसे तरीके अपनाता था, जिसे जान कर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। Errol Lindsey नाम के एक 19 साल के लड़के के सिर में छेद कर डामर ने उसमें हाइड्रोक्लोरिक एसिड भर दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। इसके अलावा वो उनके बॉडी पार्ट भी खाता था। उसपर तीन लोगों के साथ शोषण का आरोप भी लगा। इनमें से दो शोषण उसने तब किए जब वो आर्मी में था और तीसरा शख्स उनके विक्टिम का भाई था।
Dahmer: 17 लड़कों की ली जान
1978 से 1991 तक जेफ्री डामर ने 17 गे लड़कों को मारा था। इनमें से कुछ तो सिर्फ 14 साल के बच्चे थे। लोगों को मारने के बाद वो उनकी निशानी भी जमा करता था। बताया जाता है कि वो ज्यादातर अश्वेत, एशियन और लैटिन आदमियों को अपना शिकार बनाता था। डामर अपने विक्टिम्स को ज्यादातर गे बार, मॉल और बस स्टॉप से चुनता था। वो उन लोगों को रुपये और सेक्स का लालच लेकर अपने घर लाता और उन्हें शराब पिलाता था, ड्रग्स देता और जान से मारता था।
विक्टिम के मरने के बाद वो उनके मृत शरीर के साथ सेक्स करता और फिर उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर देता था। कई बार वह अपने विक्टिम के किसी बॉडी पार्ट को याद के तौर पर रख लेता था। इसमें शख्स का सिर या प्राइवेट पार्ट शामिल होते थे। लोगों की हड्डियों को वह 57 गैलन के एक ड्रम में नष्ट करता था।
Dahmer: मर्डर करते हुए खींचता था फोटो
मर्डर के दौरान जेफ्री डामर अपने विक्टिम की फोटोज भी खींचा करता था। यह फोटोज ज्यादातर उसके ड्रेसिंग टेबल और फ्रीजर में रखी हुई थी। जानकारी के मुताबिक, इनमें की मर्दों की कपड़ों में, बिना कपड़ों के, अलग-अलग पोज करते हुए और शरीर के अंगों को अलग किए हुए फोटोज शामिल थी। बताया यह भी जाता है कि जेफ्री, विक्टिम की मृत बॉडी को सेक्सुअल पोजीशन में रख भी उनकी तस्वीरें खींचता था।
Dahmer: कैसे हुई डामर की मौत?
अपनी खींची तस्वीरों को वजह से ही जेफ्री डामर पुलिस की नजरों में आया था। पकड़े जाने के बाद उसे एक के बाद एक 15 उम्रकैद हुई थी। इसका मतलब था कि उसे 941 सालों तक जेल में ही रहना था, लेकिन कोलम्बिया करेक्शनल फैसिलिटी में तीन साल और चार महीने रहने के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। जेल में बिताए अपने समय में डामर ने अपने अपराधों को कुबूल किया था।
यह भी पढ़ें: