Shinzo Abe’s funeral today: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi ) आज 27 सितंबर को जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल हुए। शिंजो आबे का बुडोकन में राजकीय अंतिम संस्कार किया गया। आबे का अंतिम संस्कार का पूरा खर्च जापान सरकार उठा रही है। अनुमान है कि इस पर 250 मिलियन से ज्यादा खर्च आ रहा है। अंतिम संस्कार भारतीय समयानुसार सुबह 10.30 बजे शुरू हुआ। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ कई देशों के प्रतिनिधि मौजूद रहें। श्रद्धांजलि देने के बाद उन्हें नेशनल एंथम के साथ 19 तोपों की सलामी दी जाएगी। फिर आबे की याद में 2 मिनट का मौन रखा जाएगा।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस भी टोक्यो के निप्पॉन बुडोकन हॉल में शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
बता दें कि इसके पहले पीएम मोदी ने जापानी पीएम फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ। उन्होंने कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। नेताओं ने भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने और इस क्षेत्र में और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय समूहों और संस्थानों में एक साथ काम करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को उजागर किया। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने अपने “प्रिय मित्र शिंजो आबे ” के प्रति संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो में जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा से भी मुलाकात की।
Shinzo Abe’s funeral today: शिंजो आबे की मृत्यु कैसे हुई?
शिंजो आबे को 8 जुलाई 2022 को स्थानीय समयानुसार सुबह 11:30 बजे जापान में गोली मार दी गई थी। उन पर नारा शहर में हमला किया गया था। वह जापान में आगामी चुनावों के लिए प्रचार कर रहे थे। शिंजो आबे ने 8 जुलाई 2022 को अंतिम सांस ली। इसके बाद पारिवारिक तौर पर शिंजो का अंतिम संस्कार 15 जुलाई को कर दिया गया था। आज स्टेट फ्यूनरल हो रहा है।
शिंजो आबे का परिचय
शिंजो आबे का जन्म 21 सितंबर 1954 को टोक्यो, जापान में हुआ था। वह जापान के एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके दादा कैना आबे और पिता शिंटारो आबे जापान के बहुत लोकप्रिय नेता थे। वहीं उनके दादा नोबोसुके किशी जापान के प्रधानमंत्री थे। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा निओसाका से पूरी की। इसके बाद उन्होंने सैकी विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद शिंजो आबे अपनी आगे की शिक्षा पूरी करने के लिए अमेरिका चले गए। जहां उन्होंने दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से डिग्री ली।
शिंजो आबे जापान के पहले युवा प्रधान मंत्री थे
1993 में शिंजो आबे के पिता की मृत्यु होने के बाद उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा। चुनाव में उन्हें सबसे ज्यादा वोट मिले। इसके बाद शिंजो आबे की लोकप्रियता लगातार बढ़ती गई। 2006 में, लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता शिंजो आबे 52 वर्ष की आयु में जापान के प्रधान मंत्री चुने गए थे। उनके नाम जापान के सबसे युवा प्रधानमंत्री होने का रिकॉर्ड है। इसके अलावा, शिंजो आबे जापान के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री थे।
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