पंजाब नेशनल बैंक के घोटाले के बाद लगातार एक के बाद एक कई घोटाले सामने आए हैं। ओरियंटल बैंक घोटाला, महाराष्ट्र बैंक घोटाला और रोटोमैक कंपनी के घोटाले के बाद अब एक और घोटाला सामने आया है। यह घोटाला UCO बैंक में हुआ है। UCO बैंक के साथ हुए घोटाले का आरोप UCO बैंक के पूर्व सीएमडी अरुण कौशल के ऊपर लगा है। उन पर आरोप है कि उन्होंने आरोपियों के साथ मिलकर बैंक को 621 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया।
यूको बैंक के पूर्व सीएमड़ी अरुण कौशल के खिलाफ सीबीआई ने 621 करोड़ रुपये बैंक धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज किया है। न्यूज एजेंसी के अनुसार, यूको बैंक से शिकायत मिलने के बाद पूर्व सीएमडी अरुण कौशल, मैसर्स ईरा इंजीनियरिंग इंफ्रा इंडिया लिमिटेड (मेसर्स ईईआईएल) के हेम सिंह भरना, इसके सीएमडी पंकज जैन और वंदना शारदा, मैसर्स एल्तियस फ़िनसर्व प्राइवेट लिमिटेड के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स पवन बंसल और अन्य अज्ञात लोक सेवक/ निजी व्यक्तियों के ख़िलाफ़ छह बैंकों से धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया है।
सीबीआई ने कहा, ‘संबंधित अवधि में बैंक के सीएमडी अरुण कौल ने आरोपी कंपनी को उक्त ऋण प्राप्त करने में मदद की।’ एजेंसी ने इस मामले में 10 स्थानों पर छापेमारी की है, जिसमें दिल्ली में 8 और मुंबई में 2 ठिकाने शामिल हैं। कंपनियों के कार्यालय परिसर, चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और अभियुक्तों के निवास स्थान पर छापेमारी के बाद सीबीआई ने महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
शिकायत के अनुसार आरोप लगाया गया है कि आरोपी ने आपराधिक साजिश के तहत यूको बैंक से धोखाधड़ी कर लगभग 621 करोड़ का ऋण लिया। यह भी आरोप लगाया गया है कि जिस मक़सद के लिए ऋण बैंक से लिया गया था, उसका सही तरीक़े से आरोपियों ने उपयोग नहीं किया गया था। चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा जारी किए गए झूठे उपयोग प्रमाण पत्र और व्यापार डेटा के दस्तावेज़ बना कर बैंक को गुमराह किया गया।